उदयपुर। भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक ने विशेष रूप से गिग वर्कर्स/फ्रीलांसरों के लिए डिज़ाइन किए गए उत्पादों और सेवाओं का एक संपूर्ण वित्तीय सेट ‘गीगा’ लॉन्च किया है। शुरुआत के तौर पर, बैंक ने फ्रीलांसरों की ज़रूरतों को समझने के लिए एक गहन उपभोक्ता शोध अध्ययन किया, जिसके आधार पर, इसने गीगा लॉन्च किया है – जो एक डिजिटल-फ़स्र्ट प्रोग्राम तथा फ्रीलांसरों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए कई तरह के कस्टमाइज़्ड उत्पाद और सेवाएँ प्रदान करता है। गिग इकोनॉमी व्हाइट-कॉलर पेशेवरों जैसे प्रबंधन सलाहकार, सॉफ़्टवेयर प्रोग्रामर और डिज़ाइनर, आर्किटेक्ट, निवेश सलाहकार से लेकर ग्रे कॉलर वर्कर तक फैली हुई है जो विशिष्ट व्यावसायिक/तकनीकी विशेषज्ञता रखते हैं ब्लू कॉलर और पिंक-कॉलर वर्कर जिसमें डिलीवरी पार्टनर तथा केयर गिवर्स भी गिग इकोनॉमी का हिसा है।
एचडीएफसी बैंक की गिग बैंकिंग, स्टार्ट-अप और सरकारी एवं संस्थागत व्यवसाय की प्रमुख सुश्री सुनाली रोहरा ने कहा कि हमें वित्तीय उत्पादों का एक व्यापक सेट लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है, जिसे विभिन्न फ्रीलांसर सेगमेंट की कई गुना ज़रूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हमारे उत्पादों में एक विशेष बचत खाता, चालू खाता, डेबिट कार्ड, बहुत ही विशेष ऑफऱ वाले क्रेडिट कार्ड, 20 रुपये प्रतिदिन के लिए स्वास्थ्य बीमा और आकर्षक निवेश उत्पाद शामिल हैं, जहाँ वे पारंपरिक एसआईपी और कस्टम रिटेल एसेट उत्पादों के बजाय ‘जब चाहें और जितना चाहें’ निवेश कर सकते हैं। आय और स्वतंत्रता ही लोगों को इस जीवन शैली को अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है, जो निश्चित रूप से डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र के विकास और काफी हद तक दूर से काम करने की प्रवृत्ति से प्रेरित है। एक अंदाजे के अनुसार भारत में गिग वर्कर्स की संख्या 30 से 50 मिलियन है और यह सेगमेंट लगातार बढ़ रहा है।