‘प्रतिभा‘ के विजेता 15 वर्षीय कौस्तुभ मणिपुश्प कुंज पंडित चतुर लाल युवा पुरुस्कार से सम्मानित
उदयपुर। शनिवार की शाम संगीत प्रेमियों के साथ साथ विश्वविख्यात संगीतज्ञों के लिए भी कुछ खास थी। दक्षिण और उत्तर भारतीय संगीत की जुगलबंदी के साथ 15 वर्षीय नवोदित प्रतिभा कौस्तुभ की तबले और शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुती से श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। स्मृतियां ईकाॅन्सर्ट उदयपुर चैप्टर के दर्शकों को कौस्तुभ मणिपुष्प कुंज ने रोमांचित कर दिया। ऑनलाइन टैलेंट हंट ‘प्रतिभा‘ के विजेता अजमेर की इस विलक्षण प्रतिभा ने अपनी प्रस्तुती से दर्शकों की खुब तालियां बटोरी।
राजस्थान के स्थानीय कलाकारों को विश्वस्तर पर प्रस्तुती का अवसर प्रदान करने के लिए टैलेंट हंट ‘प्रतिभा‘ की शुरूआत की गयी। उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और अजमेर जिलों से इस हेतु प्रतिभाओं को आमंत्रित किया गया था। इन 100 से अधिक प्रतिभाओं ने भजन सम्राट अनुप जलोटा, पद्मश्री कत्थक गुरु शोवना नारायण, तबला वादक पंडित चरणजीत चतुरलाल और प्रसिद्ध बांसुरी वादक पं. रोनू मजूमदार के समक्ष अपनी प्रस्तुती दी। उन्होंने अजमेर से कौस्तुभ मणिपुष्प कुंज और नवदीपसिंह झाला, उदयपुर से नीरज मिस्त्री, विनय कडेल, मो. तबरीज और आरीज़ एवं राजसमंद से द राजसमंद गु्रप के हर्षित पुरबिया, निमिषा पगारिया, रक्षा पगारिया और कोमल नागरची का अंतिम दौर में प्रस्तुती हेतु चयन किया। इसमें कौस्तुभ को विजेता घोषित किया गया। कौस्तुभ हिंदुस्तानी क्लासिकल वोकल और इंस्ट्रूमेंटल तबला कलाकार हैं जिन्होंने चार साल की उम्र में अपनी संगीत यात्रा शुरू की थी। उन्होंने पहले भी जिला, राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार जीते हैं।
समारोह में देश के प्रख्यात संगीत उस्तादों ने भी प्रस्तुती दी। डॉ मैसूर मंजूनाथ, पं गौरव मजूमदार, विदवान बीसी मंजूनाथ और प्रांशु चतुरलाल ने दक्षिण और उत्तरभारतीय संगीत रागों की बहुप्रतीक्षित जुगलबंदी प्रस्तुत की। उत्तर और दक्षिण संगीत के भावपूर्ण संलयन को वायलिन, सितार, मृदगंम और तबले पर इन कलाकारों ने प्रस्तुत कर रोमांचित कर दिया।
कौस्तुभ ने हिंदुस्तान जिंक और पंडित चतुरलाल मेमोरियल सोसाइटी को इस अविस्मरणीय सफल आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं इस अवसर के लिए आभारी और सम्मानित हूं जिसके कारण विश्वप्रसिद्ध कलाकारों के समक्ष ऑडिशन और प्रस्तुती संभव हुई। मैं उनकी सराहना, आशीर्वाद और मार्गदर्शन के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं। यह मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है।
हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा ने कहा कि जिंक हमेशा सीएसआर की पहल के तहत् अन्य परियोजनाओं के साथ ही स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने में अग्रणी रहा है। इसी क्रम में नवीन पहल के तहत् कंपनी द्वारा राजस्थान के स्थानीय कलाकारों को विश्वस्तरीय मंच प्रदान करने का अवसर देने हेतु टेलैंट हंट ‘प्रतिभा‘ को जनवरी 2021 में स्मृतियां के लॉन्च किया गया।
भारतीय शास्त्रीय लोक संगीत और नृत्य हमेशा हमारी संस्कृति और विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। जिंक ने हमेशा नवोदित प्रतिभाओं को प्रोत्साहित किया और उन्हें कला को सीखने और विकसित करने के लिए विभिन्न प्लेटफार्म प्रदान कर प्रोत्साहित किया। प्रतिभा टैलेंट हंट एक ऐसी अनूठी पहल है जिसे हमने अपने आस पास के स्थानीय गाँवों और समुदायों से छिपी हुई प्रतिभाओं की खोज की है। कौस्तुभ जैसी अद्भुत प्रतिभा इसकी सफलता को सुनिश्चित करता है। कौस्तुभ को उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं।
30 शानदार वर्षों को चिह्नित करते हुए पंडित चतुरलाल महोत्सव ने हिंदुस्तान जिंक के साथ मिलकर स्मृति संस्करण का आयोजन किया। कंसर्ट श्रृंखला राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड द्वारा सह प्रायोजित है।डिजिटल पार्टनर के रूप में आईसीसीआर और इण्डियन रागा एवं हॉस्पिटैलिटी पार्टनर रैडिसन ब्लू प्लाजा दिल्ली एयरपोर्ट द्वारा प्रायोजित है।
राजस्थान के कौस्तुभ ने हिन्दुस्तान जिंक और स्मृतियां टैलेंट हंट ‘प्रतिभा‘ का विजेता बनकर विश्वस्तर पर किया गौरवान्वित
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