हिन्दुस्तान जिंक देबारी स्मेल्टर द्वारा सस्टेनेबल भविष्य हेतु अभिनव समाधान कर 30 लाख लीटर जल का होगा पुर्नउपयोग

आरओ जेडएलडी प्लांट की स्थापना से अब 100 प्रतिशत शून्य लिक्विड डिस्चार्ज
उदयपुर।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा सस्टेनेबल भविष्य हेतु सतत सामाजिक समाधान विकसित करने के प्रयास में अभिनव समाधान करते हुए जिंक स्मेल्टर देबारी में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज आरओ-जेडएलडी प्लांट की स्थापना की है। इस प्लांट की स्थापना से 100 प्रतिशत शून्य लिक्विड डिस्चार्ज का लक्ष्य पूर्ण हो गया है। ईएसजी के अनुरूप, यह संयंत्र जीरो हामर्, जीरो वेस्ट , जीरो डिस्चार्ज के वेदांता की प्रकृति की प्रतिबद्धता हेतु महत्वपूर्ण कदम है।
आरओ-जेडएलडी संयंत्र प्रभावी ढंग से पुनरू उपयोग के लिए जल को उपयोग में लेता है जिससे किसी प्रकार का जल बाहर नही निकलता एवं पूरी तरह से अपशिष्ट का उपयोग होता है। सस्टेनेबिलिटी हिंदुस्तान जिंक का प्रमुख उद्धेश्य है एवं पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हमारी प्रतिबद्धता के अनुसार जिं़क स्मेल्टर देबारी संयंत्र ने 3 हजार केएलडी आरओ-जेडएलडी संयंत्र को सफलतापूर्वक संचालन प्रारंभ किया है । इससे प्रति दिन 30 लाख लीटर पानी का पुनर्चक्रण होगा। इस प्रक्रिया में उत्पन्न सॉल्ट भी प्रयोग योग्य होगा। संयंत्र के ऑटो संचालन के साथ यंत्रीकृत संचालन से यह पूर्णतया सुरक्षित होगा।

Related posts:

मुख स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया
बिटिया के सूरज पूजन को महोत्सव बना कर दिया बेटी बचाओ का सन्देश
विश्व हृदय दिवस पर हिन्दुस्तान जिंक द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा देबारी स्मेल्टर के आस पास 30 गावों में किया जा रहा सैनेटाइजेशन
आईआईएफएल फाउंडेशन ने 36,000 छात्राओं और 1100 शिक्षकों के साथ मनाया आनंद उत्सव
गायत्री परिवार की युवा शाखा दिया राजस्थान, यूनीसेफ और सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय करवाएगा उदयपुर में आरो...
Rocky & Mayur embark on a road trip across Rajasthan, experience Sanitised Stays at OYO hotels in Ud...
वेदांता द्वारा उपलब्ध प्राथमिक सेवाओं से राज्य के 6 जिलों के ग्रामीण लाभान्वित
उदयपुर में शुक्रवार को मिले 6 कोरोना संक्रमित
एचएसआईएल की ‘फोन उठाओ क्लास चलाओ’ पहल शुरू
सहाराश्री सुब्रत रॉय सहारा कोविड-19 से पूर्णतया मुक्त, टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव
SIDBI enhances outreach of Swavalamban Crisis Responsive Fund to support onboarding of more MSMEs on...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *