हिन्दुस्तान जिंक राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स में 49वें माइंस सुरक्षा सप्ताह के तहत् कार्यशाला आयोजित

सुरक्षित ब्लास्टिंग प्रथाओं पर तकनीकी कार्यशाला और एक्सीक्यूटीव बाॅडी मीटिंग में की चर्चा
राजसमंद ।
49वें माइंस सुरक्षा सप्ताह 2025 के शुभारंभ के उपलक्ष्य में, हिन्दुस्तान जिंक जावर माइंस द्वारा, राजपुरा दरीबा कॉम्प्लेक्स में तकनीकी कार्यशाला और एक्सीक्यूटीव बाॅडी मीटिंग का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य विषय वर्तमान ब्लास्टिंग प्रथाओं की समीक्षा और सुरक्षित तथा कुशल ब्लास्टिंग कार्यों के लिए नवीनतम ब्लास्टिंग प्रौद्योगिकियों को अपनाना था।
यह महत्वपूर्ण पहल उप खान सुरक्षा निदेशक, उत्तर पश्चिमी क्षेत्र, उदयपुर संभाग विशाल गोयल, के मार्गदर्शन में आयोजित की गई थी। इसका मुख्य ध्यान खनन कार्यों में, विशेष रूप से ब्लास्टिंग के उपयोग से संबंधित, सर्वोत्तम कार्य प्र्रणाली और सुरक्षित विकल्पों की पहचान करना था।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि खान सुरक्षा निदेशक, उत्तर पश्चिमी क्षेत्र, उदयपुर संभाग टॉम मैथ्यू ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि, खनन हर उद्योग की रीढ़ है, और इसके मूल में ड्रिलिंग और ब्लास्टिंग का कार्य है। जैसे बिजली का अनियंत्रित उपयोग खतरनाक हो सकता है, वैसे ही अनियंत्रित ब्लास्टिंग खतरनाक हो सकती है। इसलिए ब्लास्टिंग का सही प्रकार से करना और इसकी पूर्ण जानकारी सभी संबधित व्यक्तियों को होना बहुत जरूरी है।
यह कार्यशाला एक सामयिक और मूल्यवान पहल है जो वैज्ञानिक एजेंसियों, एक्सप्लोसिव निर्माताओं और खनन कंपनियों को एक साथ लाती है ताकि वे सामूहिक रूप से सुरक्षित और अधिक उन्नत तरिकों को बढ़ावा दे सकें। मुझे विश्वास है कि इससे उदयपुर क्षेत्र के पूरे खनन समुदाय को बहुत लाभ होगा।
हिन्दुस्तान जिं़क की ओर से इस कार्यशाला में राजपुरा दरीबा कॉम्प्लेक्स के आईबीयू सीईओ बलवंत सिंह राठौड़ ने प्रतिनिधित्व किया। कार्यशाला के मुख्य उद्धेश्य खनन उद्योग में मौजूदा ब्लास्टिंग प्रथाओं का अध्ययन और समीक्षा के साथ साथ इस अवसर पर सुरक्षित और कुशल ब्लास्टिंग के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों का परिचय, जिसमें प्रमुख विस्फोटक निर्माण कंपनी, औरिका से मिली सीख भी शामिल थी । इसमें खनन कार्यों में शून्य क्षति प्राप्त करने के लिए सहयोगात्मक शिक्षा को मजबूत करना भी इस कार्यशाला में प्रमुख विषय था।
इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर की 66 प्रमुख औद्योगिक कंपनियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जिनमें वंडर सीमेंट लिमिटेड, नुवोको विस्टास,द इंडिया सीमेंट लिमिटेड, जेके लक्ष्मी सीमेंट लिमिटेड, बिऱला सीमेंट वर्क्स, खैतान बिजनेस कॉर्पोरेशन, राजस्थान बेराइट्स, अरावली पॉलियार्ट प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधी उपस्थित थे।

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