महिलाएं, किसान और स्वयं सहायता समूह का 30 गांवों में 7500 से ज्यादा पौधे लगाने का लक्ष्य
उदयपुर। वन-महोत्सव को कुछ अलग ढंग से मनाने के लिए हिन्दुस्तान जिंक की इकाई जि़ंक स्मेल्टर देबारी ने आसपास के गांवों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान शुरु किया है। इस अभियान के तहत गांवांें की महिलाएं, किसान और स्वयं सहायता समूह द्वारा 7500 से ज्यादा पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
’वन-महोत्सव’ के अंतर्गत देबारी के आसपास 30 गांवों में 5000 से अधिक महिलाओं व 100 से ज्यादा किसानों ने इस अभियान में शिरकत करने और अपने घरों व खेतों के नजदीक कम से कम 1-2 पौधे लगाने का वादा किया है। इस वृक्षारोपण अभियान को विशिष्ट और सतत् बनाने के लिए जि़ंक स्मेल्टर देबारी की सीएसआर टीम-सामाजिक वानिकी विभाग, हनुमान वन विकास समिति और बीएआईएफ के साथ मिलकर पूरे जोशखरोश से काम कर रही है।
ग्रामीण महिलाओं, स्वयं सहायता समूहों और किसानों से प्रणालीगत प्रतिक्रिया संग्रह के आधार पर विभिन्न प्रकार के पौधे सरकारी विभाग से प्राप्त कर लिए गए हैं। इस अभियान की विशिष्टता इस बात में है कि इस पहल के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं और किसान न सिर्फ अपने वर्तमान फलों के बागों को नया जीवन दे सकेंगे बल्कि अपनी जमीन के उपजाऊपन में भी नए प्राण फूंक पाएंगे, इसके अलावा उनकी परम्परागत फसलों की खेती के लिए भी सहयोग मिलेगा।
अभियान के आरंभ पर जि़ंक स्मेल्टर देबारी की पर्यावरण प्रमुख सुश्री साधना वर्मा और दिगम्बर पाटिल वृक्षारोपण स्थल पर मौजूद रहे।
जैव विविधता हिन्दुस्तान जि़ंक के लिए हमेशा से एक अहम क्षेत्र रही है। कंपनी की सभी लोकेशनों पर जैव विविधता के विकास एवं बेहतरी के लिए निरंतर प्रयास किए जाते हैं। कंपनी ने हाल ही में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया था जिसके तहत कंपनी की सारी लोकेशनों पर वर्चुअल प्लांटेशन ड्राइव आयोजित किया गया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल भी रखा गया और पर्यावरण में योगदान के लिए कोई समझौता भी नहीं किया गया।