उदयपुर। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने भारत के सबसे बड़े डिपॉजिटरी एनएसडीएल की सहायक कंपनी एनएसडीएल पेमेंट्स बैंक के साथ एक कॉर्पोरेट एजेंसी समझौता किया है। इसके तहत आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ एनएसडीएल पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों को अपने ग्राहक-केंद्रित सुरक्षा और बचत उत्पाद प्रदान करेगा। ये बीमा उत्पाद एनएसडीएल पेमेंट्स बैंक ग्राहकों को अपने परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने में मदद करेंगे ताकि उन्हें अपने वित्तीय लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिल सके।
यह आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस का प्रयास है कि देश भर के एनएसडीएल पेमेंट बैंक के एक्सक्लूसिव पॉइंट ऑफ़ सेल नेटवर्क पर अपने आसान और अभिनव जीवन बीमा पीओएस उत्पाद उपलब्ध करा कर देश की अनैंश्योर्ड आबादी को कवर किया जा सके। पीओएस जीवन बीमा उत्पादों को समझना बहुत आसान है और इसे पूरी तरह से परेशानी मुक्त तरीके से खरीदा जा सकता है। शुरुआत ‘आई प्रोटेक्ट स्माट’, जो एक ट्रम प्लान है और ‘आईसीआईसीआई प्रु एएसआईपी’, जो यूनिक सेविंग प्लान है से की जाएगी। आईसीआईसीआई प्रु एएसआईपी परिपक्वता लाभ की गारंटी देता है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ एनएस कन्नन ने कहा कि हम एनएसडीएल पेमेंट्स बैंक के साथ साझेदारी से खुश हैं। दोनों भागीदारों का प्रमुख उद्देश्य ग्राहकों को परेशानी मुक्त और बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना है। यह साझेदारी बैंक ग्राहकों को जीवन बीमा उत्पादों को सुविधाजनक रूप से खरीदने की दिशा में हमारे डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का लाभ उठाने में मदद करेगी।
एनएसडीएल पेमेंट्स बैंक के सीईओ आशुतोष सिंह ने कहा कि हम ग्राहकों को या तो स्वयं निर्माण करके या साझेदारियों के माध्यम से पूरे उत्पादों की पेशकश करने पर विचार कर रहे हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के साथ साझेदारी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे ग्राहकों को उनकी जीवनशैली और आय स्तर के अनुसार सबसे प्रासंगिक उत्पादों की खोज करने का अवसर देगा। कोविड-19 ने सही बीमा योजनाओं और पर्याप्त बीमा कवर के महत्व पर जोर दिया है। हम इस साझेदारी के माध्यम से इस जरूरत को पूरा कर सकते है। इसके अलावा हमारे ग्राहक आधार का 70 प्रतिशत से अधिक 30 वर्ष से कम उम्र का है, जो डिजिटल और टेक सैवी है। हम शुरुआती उम्र से ही इस सेगमेंट के ग्राहकों की बीमा और निवेश दृष्टिकोण को आकार देने में मदद करने को लेकर उत्साहित हैं, ताकि बाद में उनके परिवार को कोई वित्तीय क्षति न झेलना पड़े।