जेके टायर ने भारत में आंशिक रूप से अपने परिचालन शुरू किए

जेके टायर की कांकरोली, राजस्थान निर्माण इकाई में उत्पादन शुरू
उदयपुर। भारत की शीर्ष टायर निर्माता एवं देश में रेडियल टायर टेक्नोलॉजी अपनाने में अग्रणी जेके टायर एण्ड इण्डस्ट्रीज लिमिटेड ने गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी करने एवं क्रमश: राज्यों की सरकारों एवं स्थानीय अधिकारियों द्वारा इजाजत दिए जाने के बाद आज से अपने परिचालनों को आंशिक तौर पर चालू करने की घोषणा की है। जेके टायर ने चेन्नई (तमिलनाडु), कांकरोली (राजस्थान) और लश्कर (केवेडिंश इण्डस्ट्रीज लिमिटेड उत्तराखण्ड की उप निर्माण इकाई) के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से अपने उत्पादन कार्यों को शुरू कर दिया है। कम्पनी ने अपने ग्लोबल रिसर्च हब एण्ड डेवलपमेंट हब, रघुपति सिंघानिया सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस मैसूर, कर्नाटक में भी परिचालन कार्य आरंभ कर दिए हैं।
भारत और मैक्सिको में जेके टायर के बाकी बचे निर्माण संयन्त्रों निर्माण कार्य शुरू करने की प्रक्रिया जारी है और शीघ्र ही वहां भी परिचालन फिर से शुरू किए जाएंगे। सभी निर्माण इकाइयों में प्रतिबंधित मानव शक्ति एवं कडे ऐतिहाति उपायों के साथ काम शुरू होगा और सुरक्षा, सफाई और सोश्यल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया जाएगा। सूचीबद्ध निर्माण इकाइयों में केवल आवश्यक कर्मचारियों को प्रवेश की इजाजत दी जाएगी बाकी कर्मचारी जो कि कॉरपोरेट ऑफिस, सेल्स ऑफिस एवं अन्य संयन्त्रों में कार्यरत थे उन्हें अग्रिम सूचना तक घर रह कर काम जारी रखना होगा। जेके टायर ने अपने कर्मचारियों की सुरक्षा एवं कल्याण को अपने प्रमुख मापदण्ड में रखा है। कम्पनी ने एक विस्तृत ‘एसओपी मैनुअल‘ तैयार किया है जिसे अपने परिचालन आरम्भ करने से पहले सभी कर्मचारियों और भागीदारों सप्लाई चेन के साथ साझा किया गया है।
इस अवसर पर जेके टायर एण्ड इण्डस्ट्रीज लि. के चेयरमेन एवं प्रबन्ध निर्देशक डॉ. रघुपति सिंघानिया ने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में, हम एक चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं, फिर भी यह जरूरी है कि हम फिर से सही संतुलन हासिल करने के प्रयास में छोटे, लेकिन महत्वपूर्ण कदम उठाएं। ऐसे में जब हम अपने निर्माण परिचालनों को फिर से शुरू करने जा रहे हैं, तो हम अपने कर्मचारियों और समुदायों की सुरक्षा एवं कल्याण के लिए भी प्रतिबद्ध हैं और यह हमारे पुर्ननिर्माण योजना का प्रमुख महत्वपूर्ण ध्येय भी है। हमने एक सम्पूर्ण और कड़े रोडमैप पर काम किया है, जो न केवल अधिकारियों के प्रोटोकॉल के अनुरूप है, बल्कि सुरक्षित कार्यस्थल तक पहुंच सुनिश्चित करने में एक कदम आगे है। हम आशा है कि आने वाले महीनों में देश अर्थव्यवस्था और व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र धीरे-धीरे रिकवरी की दिशा में आगे बढ़ेगा।

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