5 ट्रेंडी कलेक्शंस में सोने और हीरे की 350 से ज्यादा ज्वैलरी
उदयपुर : भारत में सबसे तेजी से बढ़ रहे डी2सी ब्राण्ड्स में से एक, मेलोरा ( www.melorra.com ) अपना अक्षय तृतीया कलेक्शन लॉन्च करने के लिये तैयार है। डिजाइन की मेलोरा के स्वामित्व वाली तकनीक से बने सोने और हीरे की ज्वैलरी के 350 से ज्यादा पीसेस दिखने में भारी लगते हैं लेकिन वास्तव में यह लाइटवेट और सस्ते हैं।
इस कलेक्शन की ज्वैलरी की कीमतें 3000 रूपये से शुरू होती हैं और 70% ज्वैलरी 50,000 रूपये से कम की है, जिसके साथ सबसे किफायती ज्वैलरी ब्राण्ड्स में से एक, मेलोरा बीआईएस-हालमार्क्ड सोने और प्रमाणित हीरे की ज्वैलरी पेश कर रहा है और नये ट्रेंड्स तथा शैलियों को शामिल कर रहा है। इसका मकसद इस शुभ अवसर पर देश की हर महिला और पुरूष को सोना खरीदने में मदद करना है, वह भी जेब पर बोझ डाले बिना।
इस लॉन्च पर मेलोरा की संस्थापक एवं सीईओ सरोजा येरामिल्ली ने कहा, “अक्षय तृतीया के मौके पर परिवार धन की देवी को सम्मान देने के तौर पर सोना खरीदना पसंद करते हैं। मेलोरा में हम इस त्यौहार का महत्व समझते हैं और हमारा मानना है कि त्यौहारों और उत्सवों में पैसों के कारण बाधा नहीं आनी चाहिये। हमने अक्षय तृतीया के लिये 5 ट्रेंडी कलेक्शंस लॉन्च किये हैं, जिनमें सोने और हीरे की 350 से ज्यादा ज्वैलरी हैं। डिजाइन के लिये हमारी अनोखी तकनीक ऐसे ज्वैलरी सेट पेश करने में हमारी मदद करती है, जो दिखने में भारी होते हैं, लेकिन बड़े ही किफायती और उच्च गुणवत्ता तथा शुद्धता वाले होते हैं। इस अक्षय तृतीया पर यह हमारी ओर से अपने ग्राहकों को दिया गया तोहफा है।”
मेलोरा को रोजाना पहनने के योग्य हल्की-फुल्की जूलरी वाली लाइटवेट ज्वैलरी में विशेषज्ञता हासिल है और यह ब्राण्ड महिलाओं के लिये 16000+ और पुरूषों के लिये 100+ डिजाइनों की पेशकश करता है। अपने डिजाइनों को नया रखने के लिये ब्राण्ड हर शुक्रवार को 75 नये स्टाइल पेश करता है। देश के सभी प्रमुख शहरों में मेलोरा के 24 एक्सपीरियेंस सेंटर्स हैं और यह भारत, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और यूरोप में 26000 पिन कोड्स पर आपूर्ति करता है।
अपनी मौलिक डिजाइनों और किफायती दामों (ज्यादातरमांग 20 हजार से 50 हजार की मूल्य–सीमा से आती है) के साथ इस ब्राण्ड ने बीते वर्ष में तेजी से तरक्की की है और आगे भी इसी को जारी रखने की उम्मीद है। इसने 10000 से कम निवासियों वाले से लेकर 10 लाख से ज्यादा की आबादी तक के 3000 से ज्यादा शहरों, कस्बों और गांवों को उल्लेखनीय ढंग से प्रभावित किया है। अभी मेलोरा का एआरआर 100 मिलियन डॉलर है और इसकी योजना 5 साल में बिक्री को 1 बिलियन डॉलर तक पहुँचाने की है।