उदयपुर। अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर निर्माण सोसायटी, कपासन, चित्तौड़गढ़ द्वारा तैयार राजस्थान की मेवाड़ी, ढुंढाड़ी, शेखावटी, हाडा़ेती, बागड़ी, मारवाड़ी, मेवाती, ओड-राजपूत, बृजभाषा व वागड़ी भाषाओं की बेवसाइट्स का विमोचन महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी अरविन्दसिंह मेवाड़ ने किया।
इस अवसर पर मेवाड़ ने मेवाड़ी भाषा पर गर्व करते हुए मेवाड़ी में कहा कि ‘आपणी भाषा आपणी संस्कृति आपणी धरोहर है, आपणी भाषा रो सबा ने सम्मान करणो चावे और घर-परवार में आपणी बोली बोलणी चावे। अंग्रेजी, हिन्दी सब भाषा रे हाथे आपणी बोली रो ज्ञान भी वेणो चावे, राजस्थान री अतरी बोलियां वेबसाइट पे उपलब्ध वेगा या घणी खुशी री वात है।
इस अवसर पर निर्माण सोसायटी की ओर से प्रकाशित ‘मेवाड़ी कावताँ’ पुस्तक का विमोचन श्रीजी मेवाड़, सोसायटी के मुख्य प्रबंधक बिन्नी अब्राहम, आर.एन. डिसुजा तथा राजस्थान प्रबंधक मुकेशकुमार योगी द्वारा किया गया। मुकेशकुमार योगी ने बताया कि संस्था का मुख्य उद्देश्य राजस्थान में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है तथा नई शिक्षा नीति के तहत हमारी भाषाओं का मान बढ़ाना है।