हिन्दुस्तान जिंक की सुरक्षा, चिकित्सा और ईएमाआर के साथ मिल कर जांची सुरक्षा
उदयपुर। रणनीतिक दूरदर्शिता और तत्परता से हिंदुस्तान जिंक लि. जिंक स्मेल्टर देबारी में राजस्थान पुलिस एटीएस के सहयोग से मॉक ड्रिल का आयोजन किया। राजस्थान पुलिस एटीएस उदयपुर के साथ आतंकवादी हमले और बंधकों को छुड़ाने के लिए जिंक स्मेल्टर देबारी सुरक्षा, बचाव, चिकित्सा और अन्य ईएमआर के साथ संयुक्त मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण अभ्यास में आतंकवादी हमले और बंधक बनाने की स्थिति से निपटने को पूर्वाभ्यास किया गया। इसे जिंक स्मेल्टर देबारी के कर्मियों और प्रमुख हितधारकों की सुरक्षा उपायों और प्रतिक्रिया क्षमताओं का परीक्षण करने के लिए सावधानीपूर्वक किया गया।
लगभग 2 बजकर 35 मिनट पर अपराधियों द्वारा अचानक सूचना दी गयी कि संयंत्र में आतंवादियों ने घुसपैठ की हैं। इसके बाद वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं वेदांता समूह के मुख्य सुरक्षा अधिकारी गोपाल प्रसाद चैधरी एवं देबारी एसबीयू हेड, अमीत वाली को मुुख्य सुरक्षा अधिकारी अनूप के आर ने अंकिता साहू, रितु अरोड़ा और शिवम तिवारी के साथ संभावित खतरों की विस्तृत जानकारी दी। सीसीटीवी निगरानी के माध्यम से घुसपैठ का पता चलने पर, नियंत्रण कक्ष ने तेजी से आपातकालीन संचार प्रोटोकॉल सक्रिय किया, सीएसओ और आपातकालीन प्रतिक्रिया दल, ईआरटी को सूचित किया। 2.45 मिनट पर स्थानीय पुलिस को सूचित किया गया, जिन्होंने मामले को एटीएस उदयपुर और अन्य संबंधित एजेंसियों को भेज खुफिया टीम, सीएसओ और पुलिस ने एटीएस को विस्तृत जानकारी दी। सुरक्षा दल ने एटीएस टीम को गंभीर खतरे से अवगत कराया। इसके बाद एटीएस की 20 कमांडो की टीम ने कैलाश और भानु प्रताप के नेतृत्व में मॉक ड्रिल के उद्देश्यों और योजना को रेखांकित किया।
एचएसई हेड दिगंबर पाटिल, मणिकंदन, राहुल और अब्दुल की टीम के मार्गदर्शन में परिधि को सुरक्षित करने के लिए तत्काल घेरा स्थापित किया गया, जबकि एटीएस ने सामरिक बंधक बचाव योजना तैयार करने के लिए सभी एजेंसियों के साथ समन्वय किया। दो अलग अलग टीम बना कर रणनिती बनाते हुए अलग अलग स्थानों से बंधक बनाने वाले स्थान पर प्रवेश किया गया। जहां से बचाव अभियान दल सभी बंधकों को सुरक्षित रूप से निकालने और बिना किसी हताहत के खतरे को बेअसर करने में सफल रही।
ऑपरेशन के बाद, संयुक्त डीब्रीफिंग सत्र आयोजित किया गया, जिसके दौरान एटीएस उदयपुर ने बहुमूल्य जानकारी और प्रतिक्रिया प्रदान की। इस माॅक ड्रिल से प्राप्त जानकारी से जिंक स्मेल्टर देबारी द्वारा एटीएस उदयपुर और सभी भाग लेने वाली टीमों को उनके समर्पण और व्यावसायिकता के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया गया। इस दौरान सीएमओ सुमीत सिरोया और टीम के नेतृत्व में साइट पर मेडिकल टीम उपस्थित थी।