उदयपुर। पिछले 40 वर्ष से मानवता और दिव्यांगों के उत्थान में निस्वार्थ भाव से सेवारत नारायण सेवा संस्थान द्वारा दुर्गाष्टमी पर भव्य कन्या पूजन समारोह आयोजित है। नारायण सेवा संस्थान के ट्रस्टी एवं निदेशक देवेंद्र चौबीसा ने प्रेसवार्ता कर बताया कि संस्थान 11 वर्षों से शारदीय नवरात्रों में दिव्यांग कन्याओं को सशक्त और सकलांग जिन्दगी देने के लिए प्रयत्नशील है। इसी शृंखला में इन नवरात्री में कन्याओं का निःशुल्क ऑपरेशन करने का संस्थान ने संकल्प लिया। इन आठ दिनों में शल्य चिकित्सा से लाभान्वित हुई बच्चियों का शुक्रवार 11 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे माता स्वरूप कन्याओं का भव्य पूजन सेवामहातीर्थ बड़ी में किया जाएगा। उपचारित दिव्यांग बेटियों में से 9 कन्याओं की माता के नौ स्वरूपों में विशेष पूजा-अर्चना होगी। ऑपरेशन हुई अन्य सभी कन्याओं को श्रृंगार सामग्री का उपहार भेंट कर उनकी पूजा की जाएगी।
वार्ता के दौरान कन्या पूजन का पोस्टर ट्रस्टी एवं निदेशक देवेन्द्र चौबीसा, जनसम्पर्क प्रमुख भगवान प्रसाद गौड़ एवं मीडिया प्रभारी विष्णु शर्मा हितैषी ने जारी किया।
शास्त्रोक्त विधि से आचार्य कराएंगे पूजन व महाआरती – संस्थान के मुख्य आचार्य के सानिध्य में भव्य सभागार में समस्त कन्याओं को विराजित किया जाएगा तथा माता के 9 स्वरूपों का उनके नामों के अनुरूप विधिवत पूजन होगा।
अनेक कन्याओं का हो चुका है ऑपरेशन व पूजन – संस्थान वर्ष 2011 से कन्यापूजन का बड़े स्तर पर आयोजन करता आ रहा है। संस्थान अब तक हजारों कन्याओं को सकलांग जिन्दगी देने के साथ माँ स्वरूप में आराधना कर धन्य हुआ है।
माताजी को लगेगा हलवा पूड़ी और काले चने का भोग – समस्त देवी स्वरूपा कन्याओं को मंच की चौकी पर विराजित किया जाएगा। उनका पारंपरिक श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद सम्मानित अतिथियों और संस्थान परिवार द्वारा उच्च स्वर में आरती की जायेगी। संस्थापक पदमश्री अलंकृत कैलाश मानव जी भी मौजूद रहेंगे। ततपश्चात हलवा, पूड़ी, खीर, काले चने का सुरूचिकर नवैद्य,भोग प्रसाद अपने हाथों से करवाकर आशीर्वाद लिया जाएगा।
कमेटियां गठित, व्यवस्थाएं पूर्ण – भव्य कन्या पूजन समारोह के लिए संस्थान ने विभिन्न कमेटियां गठित की है। जिसके तहत सभागार व्यवस्था, मंचीय व्यवस्था, पूजन समिति, श्रृंगार, जल, भोजन, सुरक्षा, सफाई, यातायात, और उपहार समिति को जिम्मेदारियाँ सौंपी गई। कन्या पूजन समारोह की समस्त व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया है। निदेशक वंदना अग्रवाल के नेतृत्व में भक्ति -शक्ति सेवा और आध्यात्मिक ऊर्जा का आयोजन सम्पन्न होगा
चौथी नेशनल दिव्यांग क्रिकेट चैंपियनशिप 15 से 25, कैबिनेट मंत्री गहलोत करेंगे उद्घाटन
देशभर की दिव्यांग प्रतिभाओं को मंच देने के उद्देश्य से नारायण सेवा संस्थान (NSS) एवं डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट कौंसिल (DCCI) के तत्वावधान में चौथी नेशनल फिजिकल डिसेबिलिटी टी-20 क्रिकेट चैंपियनशिप का आयोजन उदयपुर में होगा। प्रतियोगिता में 24 राज्यों के 400 दिव्यांग क्रिकेटर और 100 से अधिक खेल अधिकारी हिस्सा लेंगे। उदयपुर शहर के 5 ग्राउंड में 67 मैच खेले जाएंगे। सभी मैच 20-20 ओवर के होंगे। प्रतियोगिता 15 से 25 अक्टूबर तक चलेगी।इस प्रतियोगिता का उद्घाटन राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग मंत्री अविनाश गहलोत 15 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे करेंगे। यह जानकारी नारायण सेवा संस्थान के ट्रस्टी एवं निदेशक देवेंद्र चौबीसा ने दी।
उन्होंने कहा संस्थान पांच बार नेशनल प्रतियोगिता आयोजित कर चुका है साथ ही वर्ष 2017 से दिव्यांग खेलों के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। संस्थान दो नेशनल पैरा स्विमिंग, एक नेशनल ब्लाइंड क्रिकेट, एक नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट चैंपियनशिप और थर्ड नेशनल डिसएबल्ड क्रिकेट चैंपियनशिप का सफलता पूर्वक आयोजन कर चुका है। व्हीलचेयर क्रिकेट चैंपियनशिप का आयोजन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। स्टैंडिंग क्रिकेट यानी कोई खिलाड़ी हाथ से तो कोई एक पैर से दिव्यांग है। वे सामान्य क्रिकेटर्स की तरह अपने खेल का प्रदर्शन कर दर्शकों का दिल जीतेंगे। संस्थान प्रतिबद्धता के साथ दिव्यांगों की शल्य चिकित्सा, कृत्रिम अंग, स्वरोजगार और सामूहिक विवाह कर उन्हें पूर्ण पुनर्वास देने का कार्य कर रहा है। संस्थान से 11 लाख से ज्यादा दिव्यांग किसी न किसी रूप से लाभान्वित हुए है। यह चैंपियनशिप भी इसी दिशा में एक और कदम है।
24 टीमें लेगी हिस्सा – राजस्थान, केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, पंजाब, जम्मू कश्मीर, बड़ौदा, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मुंबई, छत्तीसगढ़, ओडिशा, चंडीगढ़, पश्चिम बंगाल, विदर्भ, तमिलनाडु, और बिहार ।
5 ग्राउंड में होंगे 67 मैच, उद्घाटन और समापन फील्ड क्लब में – इस ग्यारह दिवसीय दिव्यांग प्रतिभा के क्रिकेट कुंभ का भव्य शुभारम्भ 15 अक्टूबर मंगलवार को प्रातः 11 बजे फील्ड क्लब तथा समापन समारोह इसी ग्राउंड पर 25 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे होगा। समापन समारोह में रोलिंग ट्रॉफी विजेता टीम को दी जाएगी। उदयपुर शहर के फील्ड क्लब, बीएन यूनिवर्सिटी ग्राउंड, गीतांजली ग्राउंड, नारायण पैरा स्पोर्ट्स एकेडमी, डबोक और करनपुर क्रिकेट ग्राउंड में कुल 67 मैच होंगे। 24 टीमों को चार ग्रुप में बाटा गया है। प्रतिदिन 8 मैच होंगे। दिनांक 15 से 22 अक्टूबर तक चारों ग्रुप के 60 लीग मैच होंगे। 24 अक्टूबर को ग्रुप A की विजेता का ग्रुप D की टीम से तथा ग्रुप B की विजेता का ग्रुप C की टीम से सेमीफाइनल होगा। दिनांक 25 अक्टूबर को फाइनल फील्ड क्लब में खेला जाएगा।
उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों का चयन पिछले एक वर्ष में हुए विभिन्न टूर्नामेंट में प्रदर्शन को आधार मानकर किया गया है। ये सभी खिलाड़ी 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के हैं। इस चैंपियनशिप में ज्यादातर खिलाड़ी एक हाथ या एक पैर से अथवा जन्मजात शारीरिक दिव्यांगता से ग्रस्त है। कुछ खिलाड़ियों के शरीर अर्द्धविकसित भी है। सच में दिव्यांगों को मंच देना और उन्हें अधिकार पूर्ण जिंदगी देने के लिए नारायण सेवा संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस प्रतियोगिता में संस्थान द्वारा भोजन, आवास, चिकित्सा, यातायात और ग्राउण्ड व्यवस्था का सपोर्ट किया जा रहा है।
नारायण सेवा के 100 से अधिक साधक देंगे सेवा – संस्थान के 100 से अधिक साधक व्यवस्था में लगेंगे। जो दिव्यांग खिलाड़ियों को सहयोग करेंगे विभिन्न राज्यों से आए इन खिलाड़ियों के लिए डिसएबल्ड अनुकूलित समस्त व्यवस्था बनाई गई है।
चैंपियनशिप के लिए 20 समितियां गठित – 11 दिवसीय क्रिकेट कुंभ की सफलता के लिए संस्थान द्वारा अनेक समितियां गठित की गई है। जिनमें स्वागत, सुरक्षा, यातायात, सफाई, भोजन, आवास, अभ्यास, टाइम टेबल, ग्राउंड, अनुशासन, चिकित्सा, जल आदि कमेटियां बनाई गई है।
अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर होंगे मैच– इस चैंपियनशिप में अंतर्राष्ट्रीय मानकों को अपनाया गया है। जिसके तहत 66 मीटर बाउंड्री होगी। 22 गज (66 फिट) का पिच होगा। जिसे लेदर की वाइट बॉल से खेला जाएगा। प्रत्येक मैच का निर्णय करने के लिए 3 अंपायर मैदान पर रहेंगे।
विशेष:- हर टीम को मिलेंगे 4 रनर– स्टैंडिंग क्रिकेट में हर टीम को 4 रनर देने का प्रावधान है। यह उन खिलाडियों को उपलब्ध कराए जाते है जो वैशाखी, आर्टीफिशियल लिम्ब या शारीरिक रूप से दौड़ने में असमर्थ होते है। क्रिकेट में विकेट के बीच भागना जरुरी होता है। इसलिए प्रत्येक टीम को चार दिव्यांग रनर का विकल्प चुन मैच प्रारम्भ से पूर्व अंपायर को लिस्ट सौंपते है।
मैन ऑफ द सीरीज को मिलेगी स्कूटी– दिव्यांग प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित इस चैंपियनशिप में सबसे दमदार प्रदर्शन करने वाले क्रिकेटर को मूल्यांकन कमेटी की अनुशंसा पर ‘मैन ऑफ द सीरीज’ के लिए चुना जाकर स्कूटी प्रदान की जाएगी।
इंग्लैंड वर्ल्ड कप चैंपियन प्लेयर भी हो रहे हैं शामिल – इस चैंपियनशिप में इंडिया टीम के कप्तान विराट कैनी, मुम्बई के रविंद्र सन्ते, विदर्भ के गुरुदास राउत, बंगाल के तुषार रॉय, गुजरात के आसित जायसवाल, जम्मू -कश्मीर के वसीम इक़बाल और अमीर हिस्सा ले रहे हैं। जो पैरा वर्ल्ड कप टूनामेंट का हिस्सा रहे है।