उदयपुर। जिला कलेक्टर, उदयपुर के निर्देशानुसार जिले के 21 निराश्रित बालगृहों में 14 से 17 वर्ष तक आयुवर्ग के 120 बालक-बालिकाओं को केरियर सम्बन्धी काउंसलिंग जिला बालकल्याण समिति, उदयपुर द्वारा नारायण सेवा संस्थान बड़ी परिसर में शनिवार को दी गई।
निराश्रित बालकों के उज्ज्वल भविष्य व आजीविका चयन में आवश्यक दिशा-निर्देश एवं उद्देश्य निर्धारित करने के लिए जिला बाल संरक्षण ईकाई व जिला कलेक्टर के निर्देशन में एक दिवसीय केरियर गाइडेंस कार्यक्रम नारायण सेवा में आयोजित हुआ। शिविर में बालकों को अपने भविष्य हेतु कौन-सा रोजगार विकल्प चुनें? एवं कैसे इस हेतु मार्गदर्शन प्राप्त करें? विषय के निशांत जनार्दन राय नागर विद्यापीठ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. लालाराम जाट, डाॅ. प्रिंस, डाॅ. अंकित त्रिवेदी द्वारा सम्बोधित करते हुए मार्गदर्शन दिया गया। सी.डब्ल्यू.सी. अध्यक्ष धु्रवकुमार कविया और नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बच्चों को केरियर संवारने की आवश्यक जानकारी एवं प्रेरणा दी। संस्थान के प्रोजेक्ट प्रभारी संजय दवे एवं विभिन्न पदाधिकारियों ने भी बालकों को बेहतर भविष्य बनाने का मार्गदर्शन दिया।
मीरा निराश्रित बालगृह, मदर टेरेसा बालिकागृह, राजस्थान बालकल्याण समिति, जीवतराम बालकगृह- झाड़ोल, भगवान महावीर निराश्रित बालगृह, सेवा परमोधर्म बालगृह, जीवनज्योति-सुखेर, अरन्य दर्शन-सेमारी, समीधा संस्थान-सलोरा एवं राजकीय बालक-बालिका गृह आदि के बच्चों सहित सभी गृहों के अधीक्षकगण समारोह में उपस्थित रहे।
बालकों के साथ ‘मेरे सपने, मेरा केरियर’ विषय पर भी खुली चर्चा हुई। जिसमें उपस्थित बालकों ने खुले मन से कई प्रश्न किए। जिसका जवाब सी.डब्ल्यू.सी. अध्यक्ष एवं प्रशान्त अग्रवाल ने दिए। कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र वर्मा ने किया।