उदयपुर । नारायण सेवा संस्थान के सेवा महातीर्थ बड़ी में गुरुपूर्णिमा महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर संस्थापक पद्मश्री कैलाश ‘मानव’ का अभिनन्दन दिव्यांगों एवं देशभर से आए समाजसेवियों ने किया।
इस अवसर पर उन्होंने संस्थान कार्यकर्ताओं को सेवा का संकल्प करवाते हुए कहा कि जीवन में करुणा भाव को तिरोहित न होने दें एक समावेशी समाज के लिए यह आवश्यक है। संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने कहा कि जीवन में चिरस्थायी आनन्द भाव के लिए गुरु आवश्यक है, जो शिष्य में जड़ता को समाप्त कर चैतन्य प्रदान करता है। उस व्यक्ति का जीवन उत्सव बन जाता है जो गुरु की आज्ञा के पालन को जीवन का ध्येय बना लेता हैं। उन्होंने एक गुरु के रूप में कैलाश ‘मानव’ की 38 वर्षीय सेवा यात्रा और उपलब्धि मूलक पड़ावों का भी जिक्र किया। महोत्सव में नारायण गुरुकुल बटुकों ने समवेत स्वरों में गुरु स्तुति की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम को कन्हैयालाल श्यामसुखा जयपुर, संस्थान निदेशक-ट्रस्टी जगदीश आर्य, देवेन्द्र चौबीसा, वन्दना अग्रवाल ने भी सम्बोधित किया। ईलाज के लिए उदयपुर आए दिव्यांगों और संस्थान साधकों ने भी सेवा गुरु के रूप में कैलाश मानव का पूजन कर आशीर्वाद लिया। संचालन महिम जैन ने किया।