उदयपुर। जिले के झाड़ोल उपखंड की ग्राम पंचायत माणस के खाड़किया फलां के रहने वाले उस गरीब परिवार तक नारायण सेवा संस्थान राहत सामग्री लेकर पहुंचा, जो पिछले कई दिनों से बेबसी की जिन्दगी जी रहा था। संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि इस गांव का आदिवासी भरत मजदूरी और बकरी पालन करके अपने परिवार का जीवनयापन कर रहा था। भरत पर अपने परिवार के साथ दो भाइयों के बच्चों की जिम्मेदारी भी थी। इसके दो बड़े भाई- हिम्मत और करण बीमारी के चलते 4 वर्ष पूर्व मौत के शिकार हुए और उनकी पत्नियां भी बच्चों को छोड़कर अन्यत्र नाते चली गई, इस तरह भरत बड़े भाई हिम्मत की 3 संतानों और करण के दो बच्चों सहित अपने 3 बच्चों, बूढ़ी मां और बहन कुल 11 सदस्यों के परिवार का भारी बोझ ढो रहा था। लाॅकडाउन के चलते इस परिवार पर तब मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा जब भरत की मजदूरी हाथ से निकल गई और परिवार पर मुफलिसी के बादल गहरा गए। संस्थान को पता लगने पर निदेशक वंदना अग्रवाल के नेतृत्व में मौके पर टीम पहुंचकर परिवार को एक माह का राशन, सम्पूर्ण परिवार के लिए वस्त्रादि और बच्चों के लिए पोषाहार तथा आगे भी मदद का भरोसा दिया। सहायता टीम में मांगीलाल, दिलीप चैहान, शंभुनाथ शामिल थे।