कोरानाकाल में घरों से ही पर्युषण पर्व की आराधना
उदयपुर। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, उदयपुर द्वारा आगामी 15 से 23 अगस्त तक पर्युषण महापर्व मनाया जाएगा। सभा के प्रवक्ता डॉ. तुक्तक भानावत ने बताया कि नवनिर्वाचित अध्यक्ष अर्जुन खोखावत के अनुसार कोरानाकाल में सरकार और प्रशासन द्वारा निर्दिष्ट निर्देशों की पालना करते हुए इस बार श्रावक अपने-अपने घरों में ही पर्युषण पर्व की आराधना करेंगे। इसके अन्तर्गत 15 अगस्त को खाद्य संयम दिवस के रूप में होगा। इसके बाद 16 को स्वाध्याय दिवस, 17 को सामायिक दिवस, 18 को वाणी संयम दिवस, 19 को अणुव्रत चेतना दिवस, 20 को जप दिवस, 21 को ध्यान दिवस, 22 को संवत्सरी महापर्व तथा 23 अगस्त को क्षमापना दिवस के साथ पर्युषण पर्व समाप्त होगा। पर्युषण पर्व के दौरान प्रतिदिन तीन घंटा सामायिक, एक घंटा स्वाध्याय, आधा घंटा जप व ध्यान, अनुकूलतानुसार 9, 11, 13, 15 आदि द्रव्य सीमा, ब्रह्मचर्य का पालन, रात्रि भोजन का त्याग, सिनेमा देखने का त्याग, सचित्त व जमींकंद का त्याग कर यथासंभव आराधना करने का आग्रह किया।
डॉ. भानावत के अनुसार महाप्रज्ञ विहार में इस बार आचार्य महाश्रमण की सुशिष्या शासनश्री साध्वी मधुबालाजी का चातुर्मास है। उनकी विशेष प्रेरणा से सवा करोड़ नमस्कार महामंत्र के जप का लक्ष्य बनाया गया था किंतु यहां के श्रावक समाज की जागरूकता से लगभग डेढ़ करोड़ के जाप हो गये हैं। मंत्री विनोद कच्छारा ने बताया कि साध्वीश्री मधुबाला ने श्रावक-श्राविकाओं को उपवास, बेला, तेला, अट्ठाई आदि तपस्या, प्रतिक्रमण पौषध के साथ जमींकंद, हरियाली, रात्रि भोजन का त्याग करने को कहा। महिला मंडल की अध्यक्ष सुमन डागलिया तथा महामंत्री सीमा बाबेल ने अनुरोध किया कि श्राविकाएं अपने परिवार में जो धर्माराधना सम्पन्न हो उसकी जानकारी हम तक पहुंचाये।