उदयपुर। पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) हॉसिपटल उमरड़ा (PIMS Hospital Uearda) में चिकित्सकों ने एक रोगी के सी-आर्म द्वारा फेंफड़े की कठिन गांठ की बायोप्सी की है।
पिम्स हॉस्पिटल के चेयरमेन आशीष अग्रवाल (Ashish Agrawal) ने बताया कि 62 वर्षीय व्यक्ति सीने में दर्द, श्वांस लेने में कठिनाई तथा सूखी खाँसी जैसी समस्या के साथ श्वसन रोग विभाग में भर्ती हुआ। परामर्श में पता चला कि मरीज धु्रमपान करता था। मरीज की छाती की सीटी गई जिसमें गांठ जैसे घाव देखे गये। दाहिने फेंफड़े की दूरबीन से जाँच में कोई घाव नहीं दिखाई देने पर सी-आर्म एक्स-रे मशीन (सी-आर्म सी आकार की एक एक्स-रे मशीन होती है, जो वास्तविक समय की छविया देती है।) का उपयोग किया गया। इसके दिशा निर्देश के अनुसार बायोप्सी की गई जिसमें फेंफड़ों की अन्य छोटी गंभीर गांठों की कोशिका पाई गई। सी-आर्म गाइडेड बायोप्सी और बाल साइटोलॉजी दोनों ही कैंसर का संकेत दे रहे थे। यह विशेष रूप से निदान के लिए एक कठिन मामला था और सी-आर्म के मार्गदर्शन में बायोप्सी की प्रक्रिया अद्वितीय है। दूरबीन की जाँच फेंफड़े के कैंसर, टी.बी., न्यूमोनिया सहित कई बीमारियों में फेंफड़े से बायोप्सी लेने व फेंफड़े का बाल जाँच करने के लिये उपयोग होता है। यह सुविधाएं पिम्स हॉस्पिटल, उमरड़ा में उपलब्ध है। बायोप्सी डॉ. सानिध्य टांक, डॉ. ऋषभ अग्रवाल, डॉ. गुरमेहरसिंह ठेठी, डॉ. अर्पित जौहर, डॉ. अब्दुल वहाब, डॉ. कुशल व टेक्निशियन गिरीराज की उपस्थिति में हुआ।