प्रकटेश्वर महादेव प्राण प्रतिष्ठा समारोह 8 मई को

उदयपुर। शहर से सटे बेदला गांव स्थित प्रकटेश्वर महादेव के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आगाज सोमवार को हुआ। मंदिर प्रांगण में 11 पंडितों ने पं. राहुल जोशी की अगुवाई में विशेष हवन पूजा कर स्थापित शिवलिंग बाहर निकाला। इस दौरान एक नंदी को आकर्षक तरीके से मेंहदी, मोरपंख से सजाया गया। इसके पश्चात नंदी के श्री सिंग को शिवलिंग से स्पर्श कराकर स्थापित शिवलिंग को बाहर निकालने की परंपरा का निर्वहन किया गया। इस अनूठे और आकर्षक कार्यक्रम को देखने के लिए सैकड़ों महिलाएं और क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।


कार्यक्रम के संयोजक प्रतापसिंह राठौड़ ने बताया कि 7 मई तक अब मंदिर में महादेव के दर्शनों को विराम लग चुका है। महादेव का शिवलिंग 8 मई को अस्थाई निवास से बाहर निकल कर नवनिर्मित शिवालय में प्रतिष्ठित होगा। मन्दिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेन ने बताया कि 4 मई से विविध कार्यक्रमों के आयोजन मन्दिर प्रांगण और गांव में किये जायेंगे। 8 मई को सूरजकुंड के सन्त अवदेशानंदजी द्वारा पूर्णाहूति देकर शिवलिंग को मन्दिर में प्रवेश करायेंगे। उपाध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि महादेव पिछले 25 वर्षों से एक चबूतरे के ऊपर लोगों की अटूट आस्था और श्रद्धा के केंद्र बने हुए हैं। कुछ समय पूर्व गांव के जागरूक युवाओं ने मंदिर बनाने का बीड़ा उठाया और अब मंदिर पूर्णतया बनकर तैयार है। सह संयोजक चंद्रशेखर गहलोत ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर गांव के लोगों में खासा उत्साह है। शिवलिंग को देखने के लिए भी बड़ी तादाद में लोग मंदिर प्रांगण में आ रहे हैं। आने वाले दिनों में भी कई आकर्षक कार्यक्रम मंदिर प्रांगण में आयोजित किए जाएंगे जिसमें हमारी पौराणिक संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।

Related posts:

सिटी पेलेस में होलिका रोपण

नंद चुतर्वेदी जन्म शतवार्षिकी परिसंवाद

पर्युषण महापर्व कल से

जिंक 'लीडरशिप इन एचआर एक्सीलेंस' से सम्मानित

जर्नलिज्म एवं मास कम्युनिकेशन पर कार्यशाला

केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का चिंतन शिविर

राजस्थान विद्यापीठ के कंप्यूटर विभाग के विधार्थियों हेतु विलेज कैंप का आयोजन

एडीएम वारसिंह का सम्मान

हिंद जिंक स्कूल, ज़ावर का उत्कृष्ट परिणाम

राजस्थान विद्यापीठ के कंप्यूटर विभाग में 28 विधार्थियों का कैंपस प्लेसमेंट में चयन

महिला बंदियों के साथ दीवाली मिलन कार्यक्रम आयोजित

नारायण सेवा संस्थान का 44वां दिव्यांग एवं निर्धन सामूहिक विवाह : 51 जोड़े बंधेंगे पवित्र बंधन में