जयपुर/उदयपुर। राजस्थान ने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 36 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों की ऑनलाईन रैंकिंग में देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
नगरीय विकास आवासन स्वायत्त शासन मंत्री, शान्ति धारीवाल ने बताया कि स्मार्टसिटी योजना के अन्तर्गत जनअपेक्षाओं के अनुरूप जनप्रतिनिधियों से विचार-विमर्श एवं स्मार्ट सिटी की दिशा-निर्देशों के अनुरूप जयपुर, उदयपुर, अजमेर एवं कोटा शहरों में नए जनोपयोगी कार्यो को सम्मिलित किया गया है। कार्यो के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए सीपीएम-पीईआरटी आधारित एक्शन प्लान बनाया जाकर प्रभावी मॉनिटरिंग करते हुये कार्यों का संपादन किया गया है। कोविड-19 काल के दौरान भी विकास कार्यो की गति को बनाये रखा गया जिसके फलस्वरूप नागरिकों को इच्छित लाभ मिल सका एवं राजस्थान देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर सका है।
स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में कार्यरत श्रमिकों को कोरोना काल के दौरान इंदिरा रसोई के माध्यम से मुफ्त भोजन उपलब्ध करवाने के साथ उन्हें सैनेटाईजर, मास्क इत्यादि भी उपलब्ध कराये गये, जिसके फलस्वरूप श्रमिकों का पलायन भी पूर्ण रूप से रोका जा सका। धारीवाल द्वारा समय-समय पर श्रमिकों की उपलब्धता एवं उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति किये जाने संबंधी व्यक्तिगत मॉनिटरिंग की गयी।
100 शहरों की रैंकिंग में उदयपुर पांचवें स्थान पर :
धारीवाल ने बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन के संबंध में 15 जुलाई, 2021 की स्थिति अनुसार 36 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों की रैंकिंग में राजस्थान प्रथम स्थान पर आया गया है। इस दौरान देश के 100 शहरों की रैंकिंग में उदयपुर 5वें, कोटा 10वें, अजमेर 22वें एवं जयपुर 28वें स्थान पर हैं। इससे पूर्व राजस्थान द्वितीय स्थान पर था। स्मार्ट मिशन कार्यो की समुचित मॉनिटरिंग के द्वारा कार्य संपादन करते हुये राजस्थान ने आंध्रप्रदेश एवं गुजरात से अधिक अंक प्राप्त करते हुये प्रथम स्थान अर्जित किया है। स्मार्ट सिटी मिशन कार्यो के क्रियान्वयन के संबंध में रैंकिंग का आधार मुख्यतः परियोजना का क्रियान्वयन-कार्य पूर्ण, प्रगतिरत कार्य की वित्तीय प्रगति, प्राप्त फंड का उपयोग एवं केंद्र को समय-समय पर उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना है। मिशन के तहत प्रदेश के चार शहरों को अब तक कुल प्राप्त राशि रूपये 1997 करोड़ के विरूद्ध राशि रूपये 1700 करोड़ का व्यय विभिन्न परियोजनाओं में किया गया। केन्द्र द्वारा जारी कुल राषि रूपये 1078 करोड के विरूद्ध राज्य द्वारा वित्त विभाग के सहयोग से पूर्ण समान धनराषि राज्यांष (30 प्रतिशत) रूपये 660 करोड चारों शहरों को जारी कर दिये गये है। प्रदेश के चार शहरों में प्रगतिरत 370 परियोजनाओं हेतु राशि रूपये 3811 करोड़ में से 161 कार्य रूपये 718 करोड़ के पूर्ण किये जा चुके हैं। तथा 168 कार्य रूपये 2660 करोड़ प्रगतिरत एवं 24 कार्य रूपये 269 करोड़ के निविदा प्रक्रियाधीन है, जिनके कार्यादेश शीघ्र जारी किये जायेेंगे।
प्रदेश मंे स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कराये जाने वाले कार्याे में मुख्यतः चिकित्सा एवं खेलकूद सुविधाओं का विस्तार, जलापूर्ति, ठोस अपषिष्ट प्रबंधन, नागरिक षिक्षा, जन-आवष्यकताओं के कार्य तथा शहरी आधारभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के कार्य सम्मिलित हैः-
– उदयपुर- स्मार्ट सिटी मिशन के तहत उदयपुर में शुद्ध पेयजलापूर्ति, सीवरेज, भूमिगत डक्टिंग का एकीकृृत कार्य, आयड़ रिवरफ्रन्ट का सौन्दर्यीकरण, शहर की हेरिटेज के संरक्षण व सौंदर्यीकरण कार्य, वॉल सिटी सौंदर्यीकरण, स्मार्ट रोड़ विभिन्न स्थलों पर पार्किंग कार्य, ठोस कचरा प्रबंधन हेतु आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय तथा हेरिटेज कंर्जवेशन के विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं।
– कोटा-एम.बी.एस. हॉस्पिटल व जे.के.लॉन हॉस्पिटल में चिकित्सीय सुविधाओं का विस्तार, आई.एल. कैम्पस पार्क का विकास, जलापूर्ति योजना, विभिन्न स्थानों पर अंडरपास एवं फ्लाईऑवर का निर्माण कर कोटा शहर को ट्रैफिक लाईट मुक्त यातायात प्रदान करना, विभिन्न स्थलों पर पार्किंग निर्माण कार्य, ठोस कचरा प्रबंधन हेतु आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय एवं स्पोटर््स कॉम्पलैक्स का कार्य किया जा रहा है।
– अजमेर-एलिवेटेड रोड़ का निर्माण, जे.एल.एन. हॉस्पिटल का विकास, सीवरेज नेटवर्क अपग्रेडेशन, जलापूर्ति कार्य, अम्बेडकर सर्कल से एमडीएस तिराहे तक सड़क चौड़ाईकरण का कार्य, आनासागर पाथ-वे निर्माण कार्य, पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु 7 वण्डर्स पार्क का निर्माण एवं गांधी स्मृति उद्यान का विकास, म्यूजिकल फाउण्टेन एवं थ्रीडी प्रोजेक्शन मैपिंग, ठोस कचरा प्रबंधन हेतु आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय एवं पटेल स्टेडियम उन्नतिकरण का कार्य किया जा रहा है।
– जयपुर-गणगौरी हॉस्पिटल का कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जायेगा, एस.एम.एस. हॉस्पिटल में रूपये 400 करोड़ की लागत से बनाये जाने वाले अत्याधुनिक आईपीडी ब्लॉक में स्मार्ट सिटी द्वारा रूपये 125 करोड़ की भागीदारी की जायेगी। इस परियोजना को माननीय मुख्यमंत्री द्वारा भी सराहा गया। इसके अतिरिक्त राजस्थान विधानसभा में डिजीटल संग्रहालय का निर्माण, ठोस कचरा प्रबंधन हेतु आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय, महाराजा लाईब्रेरी, मंदिरों एवं विद्यालयों का जीर्णाे़द्धार एवं मरम्मत कार्य, रामनिवास बाग पार्किंग, एवं हैरिटेज वॉक-वे का कार्य किया जा रहा हैं, साथ ही चौगान स्टेडियम में खेलकूद सुविधाओं का विकास तथा विभिन्न स्थलों पर बहुमंजिला पार्किंग सुविधाओं का विकास किया जा रहा हैं।
– इसके अतिरिक्त सूचना एवं प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने हेतु चारों शहरों में अभय कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेन्टर के विस्तार का कार्य भी किया जायेगा।
नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री के निरंतर मार्गदर्शन एवं समय-समय पर उक्त शहरों में निरीक्षण के दौरान दिये गये निर्देशों के अनुसार यह विकास कार्य संभव हो सके, साथ ही निर्देशित किया गया कि स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत संपादित किये जा रहे कार्याे को पूर्ण गुणवत्ता एवं समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाना सुनिश्चित किया जावें ताकि आमजन इन कार्यो से लाभान्वित हो सके। राजस्थान के प्रथम स्थान प्राप्त करने पर श्री धारीवाल ने परियोजना से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी एवं कार्यो की गति को निरंतर बनाये रखने हेतु निर्देश दिये गये।
राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर
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