राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने की जनसुनवाई

उदयपुर। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेहाना रियाज चिश्ती ने बुधवार को सर्किट हाउस में जनसुनवाई की। उन्होंने महिलाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने एवं उनके सर्वांगीण विकास पर जोर दिया। उन्होंने परिवादी महिलाओं को अपने समक्ष कुर्सी पर बैठाकर उनकी समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों को इन समस्याओं के त्वरित निस्तारण के साथ महिलाओं को हरसंभव राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में महिला उत्पीड़न, दुष्कर्म, विधवा पेंशन, पालनहार, घरेलू विवाद, राजकीय सहायता, आर्थिक सहायता सहित महिलाओं से जुड़े विभिन्न 15 मुद्दे प्राप्त हुए जिस पर परिवादी से चर्चा करते हुए संबंधित विभाग को वस्तुस्थिति का पता लगाकर आवश्यक कार्रवाई करते हुए परिवादी को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।
जनसुनवाई के दौरान परिवाद लेकर आई एक विधवा महिला के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए हाथों-हाथ राहत प्रदान की। आयोग अध्यक्ष के निर्देश पर राजकीय वाहन से परिवादी को तुरंत घर भेजकर उससे आवश्यक दस्तावेज मंगवाये गये और मौके पर ही परिवादी विधवा महिला से समाज कल्याण विभाग की पेंशन व पालनहार योजना की आवेदन प्रक्रिया पूर्ण करवाते हुए लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए। आयोग की  त्वरित कार्यप्रणाली से कुछ ही समय में अपना काम हो जाने से परिवादी के चेहरे पर खुशी की झलक देखने को मिली। परिवादी ने मुख्यमंत्री, आयोग अध्यक्ष व जिला प्रशासन का आभा जताया।
उन्होंने राज्य सरकार की ओर से महिलाओं के कल्याणार्थ संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति के संबंध में संबंधित विभागों से चर्चा की और इन योजनाओं का समय पर लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत महिलाओं एवं गरीब तबके के उत्थान के लिए सतत प्रयासरत हैं और महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ, शिक्षा एवं उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अनेक योजनाएं एवं कार्यक्रम संचालित की हैं। ऐसे में महिला कल्याण से जुड़े सभी विभागों का दायित्व है कि सरकार की योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए अधिक से अधिक महिला वर्ग को लाभान्वित किया जाए और उन्हें कौशल विकास कार्यक्रम से जोड़ते हुए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जाए।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग महिला अधिकारिता सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग शिक्षा, चिकित्सा, पुलिस एवं महिलाओं से जुड़े विभिन्न विभागों से चर्चा करते हुए राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष ने इन विभागों को महिलाओं के हित में प्रभावी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग को विशेष भूमिका निभाने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग माह में एक दिन तय कर महिला एवं बाल को के कल्याणक विशेष शिविर का आयोजन रखें एवं विभागीय योजनाओं की प्रचार सामग्री ग्रामीणों तक पहुंचा कर उन्हें जागरूक करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए अधिकारियों को फील्ड में जाकर कार्य करने की जरूरत है तभी सरकार की मंशा के अनुरूप काम होगा। जनसुनवाई के दौरान सदस्य सचिव अल्पा चौधरी, रजिस्ट्रार अजय शुक्ला व आरपीएस् सत्येंद्र पाल सिंह, एडीएम प्रशासन ओ.पी.बुनकर सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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