उदयपुर। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, उदयपुर द्वारा साध्वीश्री डॉ. परमप्रभा के सान्निध्य में एक वृहद स्तर पर वरिष्ठ जन जाग्रति कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ भवन अणुव्रत चौक नाइयों की तलाई मे किया गया। तीन सत्रों में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रथम सत्र योग एवं प्रेक्षा ध्यान का रहा। इस सत्र में शहर के प्रमुख योग प्रशिक्षक हेमेन्द्र श्रीमाली ने लगातार 50 मिनट तक सभी वरिष्ठ जनो में उर्जा का जबरदस्त संचार जाग्रत कर दिया। द्वितीय सत्र की शुरुआत महिला मंडल के मंगलाचरण से हुई।
सभा अध्यक्ष अर्जुन खोखावत द्वारा अतिथि सम्मान एवं स्वागत उद्बोधन की अभिव्यक्ति के बाद साध्वीश्री श्रेयांस प्रभा ने धर्मसभा को संबोधित किया। तत्पश्चात महिला मंडल द्वारा प्रेरणादायक नाट्य की प्रस्तुति दी गई। साध्वीश्री डॉ. परमप्रभा ने अपने उद्बोधन में वरिष्ठजनों को समय के साथ एवं उम्र के हर पड़ाव पर अपने जीवन में आवश्यक परिवर्तन करने की सलाह दी। इसके बाद 4 वर्षीय नन्ही बालिका हिनाया कर्नावट ने कबीर के दोहे बोल कर सभी का मन मोह लिया।
मुख्य वक्ता एवं अतिथि राज्य सरकार में नशा मुक्ति एवं जल जागरण अभियान के प्रभारी डॉ. प्रकाशचन्द्र जैन वृद्धावस्था में शरीर किस प्रकार परिवर्तन के दौर से गुजरता है एवं इसमें क्या-क्या सावधानियां रखनी चाहिए, पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमें बोतल बंद पानी का उपयोग कम से कम करना चाहिए। इसका टीडीएस लेवल बहुत कम होता है जो कि शरीर के लिए हानिकारक होता है।
तृतीय सत्र में अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी भंवर सेठ एवं जाने माने आयुर्वेदाचार्य डॉ. शोभालाल ओदिच्य का साहित्य एवं उपरणा से सभा पदाधिकारियों द्वारा सम्मान किया गया। भंवर सेठ ने कहा कि आज के समय में महत्वपूर्ण है कि आप अपने अंतिम समय को सुरक्षा प्रदान करते हुए जीवन जिये। अपनी वसीयत अवश्य बना कर रखे। डॉ. शोभालाल ओदिच्य ने वृद्धावस्था में किस प्रकार स्वस्थ रहा जाए एवं आयुर्वेद किस प्रकार अत्यंत उपयोगी है, पर जानकारी दी और कहा कि आज फास्टफूड का जो अंधाधुंध उपयोग हो रहा है ये सही नहीं है। हमें उम्र के इस पड़ाव में स्वस्थ रहना है तो खान-पान पहले की तरह शुद्ध रखना होगा। कार्यशाला के अंत में सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने सभी अतिथियों एवं वरिष्ठजन प्रतिभागियों का आभार एवं साध्वीश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। कार्यक्रम का सफल संचालन कार्यक्रम संयोजक छगनलाल बोहरा एवं साध्वीश्री प्रेक्षा प्रभा ने संयुक्त रूप से किया।