उदयपुर। साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्था, प्रसंग संस्थान की ओर प्रसिद्ध भाषा विशेषज्ञ प्रो. के.के. शर्मा को उनके असामयिक अवसान पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
संस्थान के अध्यक्ष डॉ. इन्द्रप्रकाश श्रीमाली ने उन्हें अपने गुरु के रुप में याद करते हुए कहा कि वे अपने विद्यार्थियों को इतने मनोयोग से पढ़ाते थे कि क्लिष्ट विषय भी सरलता से समझ में आ जाता था। डॉ श्रीमाली ने कहा कि शैली विज्ञान का ऐसे उद्भट विद्वान राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपना विशिष्ट स्थान रखते हैं। वे आकाशवाणी के वाणी पाठ्यक्रम के प्रतिभागियों ध्वनि शास्त्र के आधार पर सही उच्चारण का वैज्ञानिक आधार बताते थे।
डॉ सुयश चतुर्वेदी ने कहा कि वे हमारे पिता के मित्र थे और हमेशा आत्मीयता बरतते थे। राजस्थान साहित्य अकादमी की पूर्व सदस्य डॉ. मंजु चतुर्वेदी ने कहा कि प्रो. शर्मा जैसे शिक्षक से पढ़ना,उनके विचारों से लाभान्वित होना गर्व की बात है। उन्होंने हिंदी भाषा एवं व्याकरण संबंधी अनेक पुस्तकें लिख कर भाषा विज्ञान का वैज्ञानिक आधार तैयार किया था।
श्रद्धांजलि सभा में रीना श्रीमाली, विजय, डा सरिता जैन,जयंत, डाॅ धारणा, आदर्श, मनोरमा चतुर्वेदी, विशेषता, तृप्ति तथा चिन्मय आदि उपस्थित रहे।