उदयपुर। वेदांता ने प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन स्िथति (राहत-बचाव) कोष में अपने पूर्व के 100 करोड के कोष को दूगुना कर अब 201 करोड का योगदान दिया है। जो देश भर में बड़े पैमाने पर समुदायों को राहत के उपाय प्रदान करने के सहायक होगा। पीएम-केयर फंड में यह योगदान वेदांता के 100 करोड़ के कोष बनाने की पूर्व की पहल की प्रतिबद्धता को पूरा करेगा, जो तीन विश्िाष्ट क्षेत्रों में पूरे देश में दैनिक आजीविका वाले श्रमिकों की भोजन सहायता, निवारक स्वास्थ्य देखभाल के साथ साथ कंपनी के विभ्िान्न संयंत्र स्थानों एवं आसपास के समुदायों को सहायता प्रदान करेगा। विशेष रूप से इस कोष को गरीब और असहाय जरूरतमंद वगार्ें पर इस महामारी से आए भोजन के संकट एवं 50 हजार घुमंतु पषुओं को प्रतिदिन आहार देने में उपयोग में लिया जाएगा।
वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि यह सुनिश्िचत करना हमारी जिम्मेदारी है कि कोर्इ भी भूख से न मरे। उन्होंने सरकार से अपील की है कि प्रवासी मजदूरों को अगले तीन महिनों के लिए हर महिने कम से कम 8,000 रुपये प्रदान करें। श्री अग्रवाल ने कहा कि यह लघु और मध्यम एवं महत्वपूर्ण उद्योगों के लिए भी महत्वपूर्ण है, जो देश की अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में योगदान देते हैं तथा 25 प्रतिशत कार्यबल के साथ काम करते हैं, क्योंकि वे आवश्यक सेवाएं हैं और निरंतर प्रक्रिया की श्रेणी में हैं और वे सभी सुरक्षा और स्वच्छता, विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निध्र्ाारित मानदंडों का पालन करते हैं।
स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा उपलब्ध कराने के तहत् वेदांता द्वारा केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय के साथ अनुबंध कर देष में ही पीपीर्इ निर्माण के लिए चीन से 23 मषीनों का आयात करना सुनिष्िचत किया है। पिछले एक सप्ताह में वेदांता ने ग्रामीण समुदायों में 1 लाख से अध्िाक मास्क और 15500 से अध्िाक साबुन और सेनेटाइजर प्रदान किए।
कोविड -19 महामारी से लड़ने के लिए वेदांता ने अपने योगदान को बढ़ाकर 201 करोड़ किया
