– मांजी के घाट और फतहसागर की पाल पर भारतीय, पॉप और फ्यूजन बैंड ने मचाई धूम-
-वेदांता टैलेंट हंट विजेता उदयपुर की वसुधा और राजसमंद के विनोद के सुरों पर झूमें श्रोता-
उदयपुर। एण्ड दीस और स्वरचित गीत तेरे बीन की सुर लहरियों को जब उदयपुर की वसुधा ने गिटार पर सुरों के साथ अपने सुर छेड़े तो फतह सागर की लहरों के साथ वहां मौजूद हर एक शख्स उनके गीतों के साथ ही तालियों से उनका साथ देने लगा। वसुधा ने वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल के तहत् वेदंाता टैलेंट हंट में बतौर प्रतिभागी हिस्सा लिया था और वे उदयपुर से इस प्रतियोगिता की विजेता थी। उन्होंने प्रस्तुति के बाद इस पल को गौरवमयी बताया और वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल और इसके संयोजक सहर को इस बेहतरीन अवसर और अंतर्राष्ट्रीय मंच के लिये धन्यवाद दिया। साथ ही राजसमंद से विजेता विनोद ने केसरिया तेरा और मैं तो तेरे रंग मे ंरंग चूका हूं गीत को अपने बुलंद सुरो से श्रोताओं तक पहुंचाया तो हर कोई उनके रंग में रंगा नजर आया।
सहर के संस्थापक निदेशक संजीव भार्गव ने बताया कि वेदंाता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल में शनिवार को सजी संगीत की खरी-खरी दुपहरी में दिल्ली की भारतीय और पॉप शैली की कलाकार कामाक्षी खन्ना ने अपने बैंड के साथ इंटू द नाईट , ईफ आई कुड मीट यू फोर द फसर््ट टाईम और क्यूं है दूर तू के साथ अपने गीत तेरे जैसा को जब अपनी मधुर आवाज में पेश किया तो कलाकारों के साथ वहां मौजूद हर संगीत प्रेमी का दिलों के तार खुद ब खुद छिड़ गये। कामाक्षी एसी कलाकार है जिनके संगीत से प्रेरणा मिलती है।
हिंदुस्तान जिंक और राजस्थान टूरिज्म के साझे में व सहर की संकल्पना व प्रोडक्शन में सजे इस संगीत के महाकुंभ वेदांता वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल में पुर्तगाल की फाडो म्यूजिक स्टार परफोरमर कात्या गुरेरियो ने जब अपने देश के संगीत को दर्शकों तक पहुंचाया तो भाषाओं की सीमा के बगैर उनके संगीत ने संगीत रसिकों को नई-ताजी, ऊर्जावान लहरों से लबरेज कर दिया।
संजीव भार्गव ने बताया कि शनिवार सुबह 8 बजे के सत्र में मांजी के घाट पर भारत के संगीतकारों के एक प्रसिद्ध परिवार से एक युवा वायलिन वादक नंदिनी शंकर ने अपने सुरों से सुबह की ताजगी और गुनगुनी धूप को श्रोताओं के दिल में उतार दिया। नंदिनी शंकर ऐसी वायलिन वादक हैं जो हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और फ्यूजन में अपनी प्रस्तुती देती हैं। नंदिनी शंकर भारतीय वायलिन की दुनिया में सबसे होनहार और आने वाले चेहरों में से एक हैं। सुबह के संगीत उत्सव में इटली के तीन हजार वर्षों पुराने पारंपरिक वाद्य यंत्र लौनेददास के साथ ब्रूनो लाई और उनके साथी कलाकार ने प्रस्तुती दी जिसे खुब पसंद किया गया।