फतहनगर में विराट हिंदू सम्मेलन में बोले अलवर सांसद
सनवाड़ चौराहा से फतहनगर तक निकली शोभायात्रा में पुष्प वर्षा की गई, भगवा रंग में रंगा फतहनगर
उदयपुर (Dr. Tuktak Bhanawat)। अलवर के सांसद और अस्थल बोहर मठाधीश महंत बालकनाथ (Balaknath) ने कहा कि राजस्थान में अपराधियों को कोई डर नहीं है और दिनों दिन अपराध बढ़ते ही जा रहे है। धरियावद की घटना ने तो शर्मसार कर दिया है। मेरी नजर में राजधानी जयपुर में सीएम का आवास फतवा हाउस है जहां से सनातन धर्म के खिलाफ फतवे जारी होते है।
बालकनाथ रविवार को उदयपुर जिले के फतहनगर (Fatehnagar) कस्बे में आयोजित विराट हिन्दू संगम (Virat Hindu Sangam) को संबोधित कर रहे थे। हजारों की संख्या में आए लोगों को संबोधित करते हुए बालकनाथ ने कहा कि हमारी संस्कृति, हमारा सनातन और हमारे हिंदू धर्म ने सदैव पूरी मानव जाति का कल्याण किया है। हमारे सनातन के अंदर हमारे गुरुजनों, ऋषि मुनियों व हमारी देवी-देवताओं ने सबके कल्याण की बात की है। यहीं नहीं, न केवल मानव जाति ही अपितु जीव-जंतु, वनस्पति और पूरी प्रकृति के कल्याण का आशीर्वाद और उसका ज्ञान केवल और केवल विश्व भर में हमारे धर्म में है।
उन्होंने कहा कि भगवान ने हमे सनातन धर्म में जन्म देकर भेजा, हमारे गुरुजनों ने भी हमको सिखाया है कि जब-जब मानवता के ऊपर अधर्मी ताकतें या संगठन मानवता की एकता को खंडित करने का प्रयास करेंगे यह सहन नहीं किया जाएगा।
सांसद ने कहा कि ये जो वर्तमान परिस्थितियों में हम सब लोग देखते है इस प्रकार से ये अपने राष्ट्र की ही बात नहीं है। वे बोले कुछ देशों की आतंकी घटनाओं से भारत ही नहीं कई राष्ट्र पीड़ित है। मै मानता हूं उनके संस्कार ही ऐसे है। उनका डीएनए ही ऐसा बन चुका है कि वो केवल राक्षस प्रवृति के लेाग है। उनको केवल अपना स्वार्थ भाव दिखता है, स्वयं का दिखता है संसार का कल्याण भाव नहीं दिखता है।
उन्होंने कहा कि अधर्मी व्यक्ति का जब शासन होता है तब अपराधी वहां पनपते है, धर्म को खंडित किया जाता है और अपराध का बढ़ावा होता है। पुराने समय में अधर्मी के आने पर भगवान ने धरती पर आकर उनका वध कर के शांति व सदभाव की स्थापना की।
राजस्थान में अधर्म की वजह से ऐसे हालात:
बालकनाथ ने कहा कि राजस्थान में भी ऐसी ही परस्थितियां दिखने को मिलती है। पूरे राजस्थान में गुंडाराज बढ़ा है, पूरे देश में राजस्थान महिला अपराध में पहले नंबर पर है। दो दिन पहले धरियावद के पास की घटना ने राजस्थान को शर्मसार किया है। मैं सोचता हूं ऐसे विचार कहा से आए है उनमें, मैने विचार किया कि कहते है जैसा खाते है अन्न वैसा ही हो जाता है मन। मै सोचता हूं कि राजस्थान की सत्ता की कुर्सी पर बैठे लोगों के विचार इस प्रकार है, उनके मन, विचार, वाणी के अंदर एक राक्षस बैठा है, अधर्मी व्यक्ति बैठा है इसलिए ऐसा हो रहा है।
प्रताप की पवित्र भूमि उदयपुर में कन्हैया की हत्या कर दी जाती:
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में धर्म का शोषण होता है, अपराधी खुलेआम घूमते है। सरेआम साधु-संतों की हत्या होती है। महिलाओं के साथ सरेआम अपराध हो रहे है। महाराणा प्रताप की पवित्र भूमि उदयपुर में कन्हैया की हत्या कर दी जाती है। ऐसे वीर की भूमि के ऊपर ऐसी घटना हो जाती है। कोई किसी भी धर्म का मानने वाला हो ऐसा किसी के साथ होता है तो ऐसा लगता है कि हम पथ से भटक गए है। कैसे मेवाड़ की भूमि पर पीएफआई अपने संगठन की योजनाओं को आगे बढ़ा सकती है यह सब हमारे लिए चिंता का विषय है।
बालकनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री का आवास है उसे उसे फतवा हाउस कहता हूं। वहां से सनातन धर्म के खिलाफ फतवे जारी होते है। एक धार्मिक यात्रा पर पत्थरबाजी होती है और उसके बाद चीजे बढ़ती-बढ़ती राजस्थान में फैल जाती है। इन लोगों ने देश के अंदर आजादी के बाद देश में राज किया तब से यही रीति नीति रही है कि लोगों को बांटो।
जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी बंद पर राजस्थान में दिखती है:
सांसद बोले कि जम्मु कश्मीर में तो पत्थरबाजी बंद हो गई वह अब राजस्थान में देखने को मिलता है, राजस्थान में अधर्मी सरकार का राज है। राजस्थान में अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिलता है, अपराधी सत्ता चला रहे है।
ये समय देश के लिए कुछ करने का है:
उन्होंने कहा कि हमारे धर्म में मानवता के कल्याण की बात लिखी है, हम सब एक है, एक होकर आगे बढ़े। जिन लोगों ने हमे तोडऩे का काम किया उनको हमे समझना होगा। ये समय देश के लिए कुछ करने का समय है, इसका उपयोग सार्थक दिशा की तरफ करना होगा, सम्पन्न राष्ट्र बनाने के लिए काम करना होगा और ये समय अनुकूल भी है। निस्वार्थ रूप से हमे कुछ नहीं चाहिए लेकिन इन आने वाले वर्षों का उपयोग देश के लिए करना होगा। अगर सत्ता की कुर्सी पर गलत आदमी फिर बैठ गया तो दोष जनता को ही जाएगा। वे कहेंगे कि हमे तो जनता ने चुना है। इसलिए निर्णय अच्छा व देश हित में कीजिए।
अपनी ताकत अपनी रक्षा में दिखाने की आवश्यकता: दीदी सरस्वती
पूज्या दीदी सरस्वती (Didi Saraswati) ने कहा कि आज के समय में हिंदू समाज राष्ट्र विरोधी तत्वों से सावधान रहने की जरूरत है। भारत युवाओं का देश है, युवा सृजन की क्षमता रखते है। उन्होंने कहा कि अपनी ताकत अपनी रक्षा में दिखाने की आवश्यकता है। वर्तमान के इस सक्रांमक काल में सजग रहे और अपनी संस्कृति व सभ्यता को प्रवाह बनाए रखना नितांत जरूरी है। दीदी ने कहा कि राजस्थान में भगवाधारी संत गद्दी पर बैठेंगे तो राजधर्म आ जाएगा।
कार्यक्रम संयोजक निखिल खंडेलवाल ने स्वागत करते हुए इस आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बालकनाथ का स्वागत किया। अखाड़ा मंदिर फतहनगर के शंकरदास महाराज ने रामचरितमानस की महत्ता बताते हुए अपनी बात रखी। अनूपदास महाराज ने सबके कल्याण की भावना पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम सबके एक भाव है कि राजस्थान में योगीराज की तरह बाबा बालकनाथ भी राज करें तो पाडांल जयकारों से गूंज उठा। धर्म सभा में महामंडलेश्वर चेतनदास महाराज, अनुजदास, राजपुरी महाराज सांगवा, अस्थल मंदिर उदयपुर के रासबिहारी महाराज, रामद्वारा सनवाड़ के नानकराम महाराज, अखाड़ा मंदिर फतहनगर के शिवशंकर दास महाराज आदि ने संबोधित किया।
एंबुलेंस का लोकार्पण किया:
कार्यक्रम में अतिथियों ने पशुपति नाथ निराक्षित पशु सेवा समिति द्वारा निराश्रित पशु एम्बुलेंस का लोकार्पण किया। पशुपति नाथ निराश्रित पशु सेवा समिति के अध्यक्ष चंचल सोनी, संरक्षक मुकेश गड़ोलिया, वरिष्ठ समाजसेवी निरंजन सिंह कांकरवा व रमेश सांगावत ने स्वागत करते हुए सेवा कार्य की पूरी जानकारी दी। इस दौरान मंच पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, पूर्व विधायक दलीचंद डांगी, नगर पालिका अध्यक्ष मंजू भील, उपाध्यक्ष नितिन सेठिया, आलोक संस्थान के निदेशक प्रदीप कुमावत, आरएसएस के जिला संघ चालक भरत सिंह झाला, शक्तिसिंह, पूर्व पालिकाध्यक्ष राजेश चपलोत, भाजपा नेता सोहनलाल आंजना, व्यापार मंडल फतहनगर के अध्यक्ष कैलाश अग्रवाल, जय श्री काली कल्याण शक्ति पीठ के संस्थापक हेमंत जोशी, व्यापार मंडल मावली के अध्यक्ष संपत सामोता, टेक्नॉय मोर्टस के दिनेश कावडिय़ा, समिति के अध्यक्ष चंचल सोनी, पंकज सिंघल आदि मौजूद थे। कन्हैयालाल अग्रवाल ने धन्यवाद दिया।
सनवाड़ा चौराहा से शोभायात्रा में जगह-जग पुष्प वर्षा:
सभा से पूर्व सनवाड़ चौराहा पर सांसद बालकनाथ व संतों का ऐतिहासिक स्वागत किया गया। वहां से वाहनों के काफिलों के साथ शोभायात्रा रवाना हुई फतहनगर रोड, रेलवे ब्रिज, फतहनगर मुख्य बाजार होते हुए सीधे आयोजन स्थल द्वारिकाधीश मंदिर भूमि पर पहुंची। रास्ते में जगह-जगह शोभायात्रा का ऐतिहासिक स्वागत किया गया। रेलवे ब्रिज पार करते ही शोभायात्रा पर जेसीबी पर खड़े होकर युवाओं ने पुष्प वर्षा की। जुलूस स्थल से लेकर आयोजन स्थान तक और बाजारों को भगवा झंडों से सजाया गया। मार्ग में जलपान की व्यवस्था भी अलग-अलग लोगों, संगठनों व व्यापारियों की और से की गई। पूरा फतहनगर कस्बा भगवान रंग में रंगा दिखा।