ब्लॉकचैन अकाउंटिंग पर कार्यशाला आयोजित

उदयपुर I मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय लेखा एवं व्यावसायिक सांख्यिकी विभाग ने  ब्लॉकचेन अकाउंटिंग विषय पर शोध समीक्षा श्रंखला कार्यशाला का आयोजन किया I यह आयोजन इस  विभाग को रुसा एमएचआरडी से स्वीकृत सामूहिक अनुसंधान  प्रोजेक्ट ब्लॉकचेन अकाउंटिंग एन एक्सप्लोरेट्री रिसर्च के तहत किया गया I इस प्रोजेक्ट के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर एवम विभागाध्यक्ष प्रो शुरवीरसिंह भाणावत ने उदघाटन सत्र में बताया की लेखांकन क्षेत्र में ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के कारण एक क्रांतिकारी परिवर्तन आने की पूरी संभावना है क्योंकि यह तकनीक 500 वर्ष पुरानी दोहरा लेखा प्रणाली को पूरी तरह प्रतिस्थापित कर देगी और अकाउंटिंग फ्रॉड्स इतिहास के विषय हो जायेंगे। प्रो भाणावत ने सभी को-इन्वेस्टिगेटर को आह्वान किया कि एक जुट होकर इस अनुसंधान को पूरा करे ताकि यह विभाग देश का प्रथम विभाग बने जहां सम्पूर्ण लेखा जगत को एक फुलप्रूफ लेखांकन प्रणाली को समर्पित कर सके।
इस श्रंखला में विभाग के समस्त असिस्टेंट प्रोफेसर व प्रोजेक्ट फेलो  ने ब्लॉकचेन अकाउंटिंग पर प्रकाशित शोध पत्रों की शोध समीक्षा प्रस्तुत की I  पहले दिन डा शिल्पा लोढ़ा, दूसरे दिन डा शिल्पा वर्डिया और डा आशा शर्मा, तीसरे दिन डा पारुल दशोरा और श्री पुष्पराज मीणा, चौथे दिन डा समता ओर्डिया और अंतिम दिन सुश्री अमरीन खान ने ब्लॉकचेन अकाउंटिंग के विभिन्न शोध पत्रों की समीक्षा प्रस्तुत की। इस श्रंखला से लेखांकन  के नए स्वरूप ट्रिपल एंट्री अकाउंटिंग के विषय में काफी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई साथ ही वर्तमान में प्रचलित डबल एंट्री अकाउंटिंग की कमियां भी उजागर हुई, जिसकी वजह से ट्रिपल एंट्री अकाउंटिंग का प्रयोग वास्तविकता में किया जाने लगा I साथ ही कुछ प्रकाशित लेखों में ट्रिपल एंट्री अकाउंटिंग किस तरह से ब्लॉकचेन प्लेटफार्म पर की जाएगी इस बारे में भी प्रैक्टिकल जानकारी दी गई I इस शोध श्रंखला से अंत में लेखांकन के इतिहास व वर्तमान समय में इसके स्वरूप पर काफी ज्ञानवर्धक  जानकारी मिली I 

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