जिंक की सभी ईकाइयों में पौधारोपण कर विश्व प्रकृति सरंक्षण का संकल्प

उदयपुर। विश्व प्रकृति सरंक्षण दिवस के अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक की सभी ईकाइयों में सघन पौधारोपण अभियान का शुभारंभ कर प्रकृति संरक्षण की प्रतिबद्धता को दोहराया गया। जिंक स्मेल्टर देबारी द्वारा ंिसंहडा सामुदायिक केंद्र, माध्यमिक विद्यालय सिंहडा, उच्च माध्यमिक विद्यालय बिछडी, बिछडी के श्मशान घाट स्थल पर पौधारोपण अभियान की शुरूआत की गयी। सीएसआर टीम के साथ इन स्थानों पर पर्यावरण और मानव संसाधन टीम द्वारा वृक्षारोपण किया गया। इस अभियान में सखी वीओ सदस्य, सरपंच, उप-सरपंच, बिछड़ी पंचायत के पूर्व सरपंच, स्कूल प्रशासन और समुदाय के अन्य सदस्य सम्मिलित हुए। समुदाय के सदस्यों ने वृक्षारोपण अभियान के लिए जिंक का आभार व्यक्त किया। भविष्य में इन पौधों की देखभाल हेतु सखी महिला और पीआरआई टीम ने स्वामित्व लिया। बिछड़ी पंचायत को हरित पंचायत बनाने पर भी चर्चा की।
चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आजोलिया का खेड़ा की बापू वाटिका में पौधारोपण किया गया। विद्यालय की प्राचार्या रुचिका त्रिपाठी के साथ उपमुख्य प्रचालन अधिकारी स्मेल्टर्स एवं एसबीयू डायरेक्टर चंदेरिया सी. चंद्रू एवं अजोलिया का खेड़ा सरपंच, जगदीश जाट ने पौधारोपण कर अभियान की शुरूआत की। इस अवसर पर अतिथियों और गांव के प्रतिनिधियों ने कटहल, जामुन, आम, आंवला, बादाम और अमरूद के 130 पौधे लगाए।
खान एवं भूविज्ञान निदेशालय, अजमेर के मार्गदर्शन में कायड़ माइंस द्वारा प्रकृति सरंक्षण और खान सुरक्षा अभियान का शुभारंभ पौधारोपण कर खनन अभियंता खान एवं भूविज्ञान निदेशालय, अजमेर हरीश गोयल , के कर कमलों से हुआ। इस अवसर पर कायड माइसं के एसबीयू डायरेक्टर के. सी. मीणा और खान निदेशालय के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति थे। गोयल ने प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण में कायड माइंस के प्रयासों की सराहना की। केसी मीणा ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के प्रति जिंक की प्रतिबद्धता के अनुरूप कायड माइंस द्वारा अब तक 2 लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं और भविष्य में इस तरह के सघन वृक्षारोपण अभियान को जारी रखा जाएगा। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर 500 से अधिक पौधे लगा कर सघन वृक्षारोपण का संकंल्प लिया।
जैव विविधता का संरक्षण और संवर्धन सतत विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का अभिन्न अंग है। हिंदुस्तान जिंक द्वारा विशिष्ट जैव विविधता प्रबंधन योजना विकसित की है। कंपनी इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरपेशन ऑफ नेचर, इंडिया पहल की सदस्य है और जैव विविधता को बढ़ाने और बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है। हिंदुस्तान जिंक लीडर्स फॉर नेचर टीम के साथ मिलकर कार्यरत है ताकि कर्मचारियों के लिये विभिन्न जागरूकता बढ़ाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा सकें।

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