उदयपुर। वेदांता हिंदुस्तान जिंक की सीएसआर पहल, जिंक फुटबॉल ने जावर, उदयपुर में अपने सामुदायिक फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्रों, जिन्हें जिंक फुटबॉल स्कूल के नाम से जाना जाता है, के पुन: संचालन की घोषणा की है। हर बच्चे को खेलने का अवसर मिलना चाहिए, इस सोच के साथ जिंक फुटबॉल ने हिंदुस्तान जिंक के पांच परिचालन स्थानों में जिंक फुटबॉल स्कूल स्थापित किए थे, जहां बच्चों को प्रशिक्षित और प्रमाणित कोचों द्वारा साप्ताहिक आधार पर फुटबॉल प्रशिक्षण प्राप्त हुआ था। अभूतपूर्व कोरोनो वायरस प्रकोप के कारण इसे अस्थायी रूप से बंद करने से पहले यह सामुदायिक कार्यक्रम एक बड़ी सफलता थी।
सभी सुरक्षा पहलुओं को ध्यान में रखते हुए और बच्चों को पिच पर वापस लाने के लिए, जिंक फुटबॉल स्कूलों ने दो केंद्रों जावर स्थित सिंघटवाड़ा और टीडी में फिर से शुरू कर दिया है,जहां 14 और 17 साल से कम उम्र के 100 से अधिक लडक़े और लड़कियां खेलेंगे और हर हफ्ते तीन प्रशिक्षण सत्रों में भाग लें। इसके बाद, राजस्थान में हिंदुस्तान जिंक के परिचालन क्षेत्रों के आसपास के सभी स्थानों पर केंद्रों को फिर से खोलने की योजना है।
जिंक फुटबॉल अकादमी के मुख्य कोच तरुण रॉय ने कहा कि मैं युवा लडक़ों और लड़कियों को वापस मैदान पर फुटबॉल खेलते हुए देखकर बहुत उत्साहित हूं। जिंक फुटबॉल स्कूल स्थानीय समुदायों के इन महत्वाकांक्षी बच्चों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेंगे और हम, कोच के रूप में, न केवल उनकी फुटबॉल विशेषताओं को विकसित करने के लिए,बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए सर्वोत्तम संभव तरीके से उनका सामाजिक उत्थान की भी कोशिश करेंगे।
जिंक फुटबॉल राजस्थान के उदयपुर के पास जावर में प्रौद्योगिकी और डेटा विश्लेषण के साथ अपनी तरह का एक अनूठा जमीनी विकास कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम सामाजिक और सामुदायिक विकास के लिए एक उपकरण के रूप में फुटबॉल का उपयोग कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि युवा लडक़ों और लड़कियों के पास फुटबॉल के माध्यम से खुद को व्यक्त करने के लिए एक मंच हो। जिंक फुटबॉल के मूल में विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ जावर, उदयपुर में एक पूर्ण आवासीय अकादमी है और देश का पहला ‘प्रौद्योगिकी फुटबॉल प्रशिक्षण’- एफ-क्यूब तकनीक है।