एचडीएफसी बैंक के शुद्ध लाभ में बढ़ोतरी

उदयपुर। एचडीएफसी बैंक लि. ने 31 दिसम्बर 2019 को समाप्त हुयी तीसरी तिमाही के दौरान 7416.5 करोड़ रूपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया है, जो कि गत वर्ष की इसी तिमाही के 5585.9 करोड़ रूपये के मुकाबलें में 32.8 प्रतिशत ज्यादा है। बैंक के निदेशक मण्डल की बैठक में पेश वित्तीय परिणामों के अनुसार 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए बैंक का कुल राजस्व (कुल ब्याज आय प्लस अन्य आय) पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 19.1 प्रतिशत वृद्धि के साथ 20,842.2 करोड़ रु. हो गया।
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए कुल ब्याज आय (अर्जित ब्याज में से खर्च किया गया ब्याज निकालकर) 19.9 प्रतिशत बढक़र 14,172.9 करोड़ रु. हो गई, जो 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त हुई तिमाही के लिए 12,576.8 करोड़ रु. थी तथा जमा में 25.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस तिमाही के लिए मुख्य कुल ब्याज मार्जिन 4.2 प्रतिशत पर स्थिर रहा।
अन्य आय (गैर-ब्याज राजस्व) 6,669.3 करोड़ रु. रही जो 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए सकल राजस्व की 32.0 प्रतिशत थी। यह 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त हुई तिमाही में 4921.0 करोड़ रु. थी। 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए अन्य आय का मुख्य तत्व शुल्क व कमीशन है, जो 24.1 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4526.8 करोड़ रु. हो गया। 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए अन्य आय के अन्य तत्व हैं -525.6 करोड़ रु. का विदेशी एक्सचेंज एवं डेरिवेटिव्स राजस्व (पिछले साल की इसी तिमाही के लिए 397.7 करोड़ रु.); 676.5 करोड़ रु. का बिक्री पर लाभ/निवेश का रिवैल्युएशन (पिछले साल की इसी तिमाही में 474.0 करोड़ रु.) तथा मिश्रित आय, जिसमें 940.4 करोड़ रु. की रिकवरी एवं डिवीडेंड (पिछले साल की इसी तिमाही के लिए 402.6 करोड़ रु.) शामिल हैं। रिकवरी में एनसीएलटी मामले के समाधान से उत्पन्न लगभग 200 करोड़ रु. का वन-ऑफ आईटम शामिल है।
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए ऑपरेटिंग खर्च 7896.8 करोड़ रु. थे, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 6719.3 करोड़ रु. से 17.5 प्रतिशत ज्यादा थे। तिमाही के लिए लागत व आय का अनुपात 37.9 प्रतिशत था, जो 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त हुई तिमाही के लिए 38.4 प्रतिशत था। प्रि-प्रोविजऩ ऑपरेटिंग प्रॉफिट (पीपीओपी) 12945.4 करोड़ रु. था, जो पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 20.1 प्रतिशत बढ़ा।
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए प्रावधान व कॉन्टिंजेंसीज़ 3043.6 करोड़ रु. थे (जिनमें 2883.6 करोड़ रु. के विशिष्ट लोन लॉस प्रावधान व 159.9 करोड़ रु. के सामान्य व अन्य प्रावधान शामिल हैं), जबकि 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त हुई तिमाही के लिए ये 2211.5 करोड़ रु. थे (जिनमें 1734.6 करोड़ रु. के विशिष्ट लोन लॉस प्रावधान व 476.9 करोड़ रु. के सामान्य व अन्य प्रावधान शामिल हैं)। मौजूदा तिमाही में विशिष्ट लोन लॉस प्रावधानों में लगभग 700 करोड़ रु. का वन-ऑफ शामिल है, जो मुख्यत: विशेष कॉर्पोरेट अकाउंट से संबंधित है। इसलिए कोर क्रेडिट कॉस्ट अनुपात (यानि वन-ऑफ हटाकर) 0.92 प्रतिशत था, जो 30 सितंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए 0.90 प्रतिशत था एवं 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त हुई तिमाही के लिए 0.88 प्रतिशत था।
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 9,901.9 करोड़ रु. था। वन-ऑफ क्रेडिट आईटम एडजस्ट करने के बाद कोर पीबीटी 10,401.9 करोड़ रु. रहा, जो लगभग 21 प्रतिशत बढ़ा। 2485.4 करोड़ रु. का टैक्स देने के बाद बैंक ने 7416.5 करोड़ रु. का कुल लाभ अर्जित किया, जो 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त हुई तिमाही के मुकाबले 32.8 प्रतिशत ज्यादा था।

Related posts:

जिंक फुटबॉल अकादमी ने राजस्थान लीग में तीसरा स्थान हासिल किया

ग्रामीण सखी महिलाओं के बने उत्पाद “दाईची” अब उदयपुर के माॅल में भी उपलब्ध

Deaf and mute students get sensitized about Good Touch and Bad touch through Hindustan Zinc’s Jeevan...

Hindustan Zinc will be among the best companies in world : Chairperson

मोहल्ला नूरनगरी कमेटी के चुनाव में मो. रईस खान सदर और मो. जमील सेक्रेटरी

पूर्व राजपरिवार के राजनीति में जुड़ाव की सुगबुगाहट तेज

पूर्व डीजीपी बंजारा एवं राज राजेश्वर ने किया नारायण सेवा संस्थान का अवलोकन

सीपी जोशी के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनने पर कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल

फील्ड क्लब क्रिकेट कार्निवल का आगाज

एचडीएफसी बैंक ने भारत में 2 लाख से अधिक नागरिकों को सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग प्रक्रियाओं में बारे में...

मेले सांस्कृतिक उत्सव के यशस्वी दस्तावेज - बोराणा

दंत चिकित्सा शिक्षा (सीडीई) कार्यक्रम आयोजित