उदयपुर। दीन दुःखी दिव्यांगों की सेवा में सतत लगी नारायण सेवा संस्थान ने सर्वे भवन्तु सुखिनः की संकल्पना के साथ अफ्रीका के शरीरिक दृष्टि से असक्षम लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए 21 फरवरी से 16 मार्च तक दूसरा चरण अभियान शुरू किया है। संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि जन्मजात दिव्यांगों और दुर्घटना में अपाहिज हुये भाई-बहनों के जीवन को सुखद बनाने के लिए 25 फरवरी को दक्षिणी अफ्रीका के लेनासिया में शिविर आयोजित हुआ जिसमें 19 बंधुओं का नाप लिया और 30 दिव्यांगों को आर्टिफिशियल लिम्ब पहनाये। 27 फरवरी को डरबन के गुजराती हिन्दु संस्कृति केन्द्र में शिविर किया जिसमें 109 दिव्यांगजनों की ओपीडी हुई साथ ही संस्थान की प्रोस्थेटिक एंड ऑर्थोटिक टीम ने 40 दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ-पांव और 11 दिव्यांगों को कैलिपर्स बनाकर वितरित किये। विदेश विभाग प्रभारी और यात्रा संयोजक रविश कावड़िया ने कहा कि सेवा यात्रा के तहत केन्या के नैरोबी , मेरू और मोम्बासा में भी शिविर होंगे जिनमें दिव्यांगों को चयनित कर केलीपर्स कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण वितरित किये जायेंगे। उल्लेखनीय है कि सितम्बर 2019 में प्रथम चरण में 303 दिव्यांगजनों को आवश्यक मदद के चयनित किया था।
नारायण सेवा का अफ्रीका में दिव्यांग सहायता शिविर
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