18 देशों के 55 धावकों के साथ हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा एवं सीओओ किशोर एस. ने विश्व की सबसे गहरी मैराथन लिया हिस्सा
स्वीडन में बोलिडेन की गारपेनबर्ग जिंक खदान में समुद्र तल से 1,120 मीटर नीचे अँधेरे में आयोजित यह मैराथन मानसिक और शारीरिक दृढ़ता के साथ-साथ आधुनिक खनन उद्योग की सुरक्षा और नवाचार का भी उदाहरण
उदयपुर। विश्व की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड जिंक प्रोड्यूसर और इंटरनेशनल काउंसिल ऑन माइनिंग एंड मेटल्स में एशिया की पहली कंपनी हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित कर इतिहास रच दिया है। कंपनी के सीईओ अरुण मिश्रा एवं सीओओ किशोर कुमार एस. ने स्वीडन में बोलिडेन की गारपेनबर्ग जिंक खदान में समुद्र तल से 1,120 मीटर नीचे आयोजित विश्व की सबसे गहरी मैराथन में भाग लिया।
बिकमिंगX, बोलिडेन और इंटरनेशनल काउंसिल ऑन माइनिंग एंड मेटल्स (आईसीएमएम) द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम 23 अक्टूबर, 2025 को आयोजित किया गया था, जिसमें हिंदुस्तान जिंक एकमात्र भारतीय ऑफिशियल पार्टनर था। इस अंडरग्राउंड मैराथन ने ऑफिशियली दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं, द डीपेस्ट मैराथन (इंडिविजुअल) और द डीपेस्ट अंडरग्राउंड मैराथन डिस्टेंस रन (टीम), जिससे मिस्टर अरुण मिश्रा इन रिकॉर्ड कैटेगरी के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में नाम दर्ज कराने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।

उच्च आर्द्रता 30 डिग्री सेंटीग्रेट तक के तापमान, बजरी वाले इलाके और लगभग पूर्ण अँधेरे को पार करते हुए, 18 देशों के 57 धावकों ने पूरी मैराथन दूरी पूरी करने के लिए 3.84 किमी सुरंग के 11 चक्कर पूरे किए। इसका उद्देश्य बीकमिंगX फाउंडेशन और वाइल्ड एट हार्ट फाउंडेशन के लिए 1 मिलियन डॉलर से अधिक की राशि जुटाना था, जो चुनौती और रोमांच की साझा भावना से एकजुट थे।
हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने इस आयोजन के महत्व पर कहा कि विश्व की सबसे गहरी मैराथन में भाग लेना केवल एंड्योरेंस चैलेंज नहीं था, बल्कि यह इस बात का एक मजबूत सिंबल था कि माइनिंग इंडस्ट्री कैसे आगे बढ़ी है। मुझे खुशी है कि हिन्दुस्तान जिंक इस रिकॉर्ड-ब्रेकिंग इवेंट में बिकमिंगX, बोलिडेन और इंटरनेशनल काउंसिल ऑन माइनिंग एंड मेटल्स का भागीदार बन सका। विश्व के सबसे गहरे मैराथन ने दिखाया कि सेफ्टी, टेक्नोलॉजी और कोलेबोरेशन से हम दुनिया के सबसे मुश्किल माहौल में भी बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।”

अपनी आईसीएमएम मेंबरशिप के साथ, हिंदुस्तान जिंक कोलेबोरेशन और थॉट-लीडरशिप के एक नए फेज में जा रहा है, एक ऐसा फेज जहाँ सस्टेनेबल माइनिंग, मिनरल सिक्योरिटी और भविष्य की इंडस्ट्रियल ग्रोथ पर भारत का नजरिया ग्लोबल पॉलिसी बनाने वाली बातचीत का जरूरी हिस्सा बन रहा है।
बीकमिंगग् के सीईओ पॉल गर्नी ने कहा कि यह मैराथन एक असाधारण उपलब्धि है, और यह उस भावना को दर्शाती है जिसके लिए बीकमिंगX कार्यरत है। 1 किलोमीटर से अधिक नीचे, कम दृश्यता और उच्च आर्द्रता में मैराथन पूरी करना मानव की असाधारण क्षमता का एक सच्चा प्रमाण है। मैं बोलिडेन और आईसीएमएम दोनों को इस विजन में विश्वास रखने और इस आयोजन को संभव बनाने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ।
आईसीएमएम के सीईओ रोहितेश धवन ने कहा कि सुरंग के अंदर सुरक्षित और सफलतापूर्वक पूरी मैराथन का आयोजन करना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, और यह खनन उद्योग के परिवर्तन का एक सच्चा प्रमाण है। गारपेनबर्ग खदान में हवा की गुणवत्ता में वायुमंडल की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत अधिक ऑक्सीजन और प्रमुख शहरों की तुलना में कम प्रदूषक हैं, यह आयोजन मजबूती से दिखाता है कि आधुनिक, जिम्मेदार खनन कैसा दिखता है।
यह मैराथन सस्टेनेबल खनन में हिन्दुस्तान जिंक के वैश्विक नेतृत्व और फिटनेस, समावेशन और सामुदायिक कल्याण को बढ़ावा देने की उसकी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है। यह कंपनी की वेदांता जिंक सिटी हाफ मैराथन, उदयपुर के अनुरूप है, जिसमें फिटनेस को बढ़ावा देने और रन फाॅर जीरो हंगर का समर्थन करने के लिए 7 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया था। एआईएफएफ 3-स्टार मान्यता प्राप्त जिंक फुटबॉल एकेडमी और जिंक ब्लू क्यूब्स लीग जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से, हिन्दुस्तान जिं़क बुनियादी स्तर पर प्रतिभा को मंच प्रदान और जीवंत स्थानीय खेल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण का निरंतर प्रयास कर रहा है।
दुनिया की सबसे गहरी मैराथन में हिन्दुस्तान जिं़क की भागीदारी नवाचार, सुरक्षा और सतत प्रगति को चलाने वाली वैश्विक साझेदारियों के प्रति उसके समर्पण को मजबूत करती है। यह आयोजन एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में खड़ा है कि मानव भावना और उद्योग की उत्कृष्टता एकजुट होने पर क्या हासिल किया जा सकता है।
