उदयपुर। स्टील उत्पादन में देश की शीर्ष कंपनी टाटा स्टील ने अपनी इकाइयों में उपयोग के लिए जिं़क आपूर्ति हेतु महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए देष की सबसे बड़ी और विष्व की 5वीं जिंक निर्माता कंपनी हिन्दुस्तान जिंक के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। आत्मनिर्भर भारत के तहत् टाटा और जिंक के साथ ‘वोकल फॉर लोकल‘ की यह पहल महत्वपूर्ण साबित होगी।
हिन्दुस्तान जिंक हस्ताक्षरित 24 हजार टन जिंक एवं अन्य मूल्यवर्धित धातु अब तक की सर्वाधिक मात्रा हैं। इस एमओयू के तहत जिंक, टाटा स्टील और टाटा स्टील बीएसएल (पूर्व में भूषण स्टील लि., जिसे अब टाटा स्टील की सहायक कंपनी के रूप में जाना जाता है) को जिंक की आपूर्ति करेगा।
जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए टाटा स्टील और हिन्दुस्तान जिंक का यह साझा कदम है। जहा एक ओर वैष्विक तकनीकी विषेशज्ञ आवष्यकता अनुरूप उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार हेतु तकनीकी सेवाएं प्रदान करता है वहीं हमारा वेण्डर इंवेट्री मैनेजमेंट टाटा स्टील की इकाइयों में इंवेट्री लागत को भी कम करेगा। यह अलौह धातु उद्योग में अपनी तरह की पहली साझेदारी मूल्य निर्माता होने और राष्ट्र निर्माण की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को सनिष्चित करता है।
टाटा स्टील के लिए हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा वेण्डर मैनेजमेंट इन्वेंट्री, वीएमआई को लागू किया है जिसके तहत् विषेश ध्यान रखा जाएगा। जिंक के वेयरहाउस से समय और सावधानी का ध्यान रखते हुए सामग्री को अविलंब पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा, जिंक टाटा समूह की कंपनियों के लिए पूरे भारत में अपने सभी डिपो में स्टॉक रखेगा।