उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के आध्य प्रवर्तक आचार्य भिक्षु (Acharya Bhikshu) के 298वें जन्मोत्सव एवं 266वें बोधिदिवस पर आचार्य महाश्रमण की विदुषी साध्वी डॉ. परम प्रभा (Dr. Param Prabha) ने कहा कि आचार्य भिक्षु क्रान्तिकारी संत थे। उन्होंने सत्य की खोज के लिए तेरापंथ की स्थापना की एवं अपने संघ के साथ नई राह पर चल पड़े और आज जो विशाल एवं अनुशासित तेरापंथ धर्मसंघ देख रहे हैं उसका नेतृत्व एकादशम आचार्य महाश्रमण (Acharya Mahashraman) कर रहे हैं वह उन्ही आचार्य भिक्षु की देन है।
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महामना आचार्य भिक्षु जन्मोत्सव कार्यक्रम का आगाज साध्वीजी द्वारा नवकार मंत्र के जप से शुरू हुआ। महिला मंडल एवं कन्या मंडल द्वारा मंगलाचरण किया गया। कुसुम पोरवाल, सीमा पोरवाल एवं साध्वीश्री प्रेक्षा ने गीतिका द्वारा अभिवन्दना की। इस अवसर पर तेयुप अध्यक्ष विक्रम पगारिया, महिला मंडल अध्यक्षा सीमा बाबेल एवं तेरापंथ सभा अध्यक्ष अर्जुन खोखावत ने भी अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। संचालन सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने किया।