उदयपुर। व्यापार के साथ समाजसेवा में सहयोग करने वाले अजय मार्बल के युवा व्यवसायी अजय खतूरिया ने 61वीं बार रक्तदान किया है। रक्तदान करने की प्रेरणा उन्हें उनके पिताश्री जवाहरलालजी खतूरिया से मिली।
अजय खतूरिया ने बताया कि वर्ष 2000 में पिताश्री व्यवसाय के सिलसिले में कुवैत गए थे। वहां पिताश्री एक सडक़ दुर्घटना में घायल हो गये। पिताश्री को खून की जरूरत पड़ी लेकिन कोई केयरटेकर साथ नहीं होने पर उनका निधन हो गया था। उनके पार्थिव शरीर को उदयपुर लाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। जिस परेशानी के दौर से वे गुजरे उस परिस्थिति ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया कि इतने अच्छे व्यवसायी को भी इतनी तकलीफ देखनी पड़ती है तो आम जनता का क्या होता होगा। उस दिन से उन्होंने निश्चय किया कि वे हर तीन माह में एक बार रक्तदान अवश्य करेंगे। तब से वे नियमित रक्तदान करते आ रहे हैं। खतूरिया ने कहा कि जब तक शरीर चल रहा है रक्तदान करता रहूंगा। उन्होंने लोगों से निवेदन किया कि वे ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करें। रक्तदान से किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं होती और न कोई कमजोरी आती है।