उदयपुर (डॉ. तुक्तक भानावत)। रंगों के महापर्व होली पर बुरा ना मानो होली विशेषांक का विमोचन चेतक सर्कल स्थित पार्श्व कल्ला कार्यालय में किया गया। वरिष्ठ पत्रकार भूपेंद्र कुमार चौबीसा द्वारा लिखित बुरा ना मानो होली है खुल्लम-खुल्ला के इस महा एपिसोड का विमोचन वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर तुक्तक भानावत, लेकसिटी प्रेस क्लब अध्यक्ष कुलदीप सिंह गहलोत, पूर्व अध्यक्ष कपिल श्रीमाली, वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट ऋषभ जैन के साथ ही महावीर व्यास, कमल वसीटा, राजेंद्र पालीवाल एवं देवीलाल मीणा आदि उपस्थित थे।
हर साल की तरह इस बार भी वरिष्ठ पत्रकार भूपेंद्र कुमार चौबीसा द्वारा शहर के पत्रकारों पर बुरा ना मानो होली है खुल्लम-खुल्ला विशेषांक लिखा गया। इस विशेषांक की यह खासियत रहती है कि इसमें मात्र दो लाइनों में पत्रकारों के नाम सहित उनके ऊपर व्यंग्यात्मक टिप्पणीया की जाती है। यह टिप्पणियां किसी द्वेषता या दुर्भावना पूर्ण नहीं होकर पत्रकारों के चरित्र और उनके हाव-भाव एवं व्यवहार को ध्यान में रखकर ही लिखी जाती है।
चौबीसा पिछले 30 सालों से भ्रष्टाचार और अनैतिकता के विरुद्ध खुल्लम-खुल्ला जंग नामक हास्य व्यंग्य नाम से रोजाना कालम लिखते हैं। यह कोलम सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा वायरल होने वाला, सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला लोकप्रिय कालम है। खुल्लम खुल्ला नाम से रोजाना भूपेन्द्र चौबीस द्वारा लिखा जाने वाला यह कोलम साल में एक बार बुरा ना मानो होली है खुल्लम खुल्ला के नाम से महा एपिसोड के रूप में लिखा जाता है।
हर साल चौबीसा बुरा ना मानो होली है विशेषांक में कई नवाचार भी करते रहते हैं। इस बार भी इन्होंने शहर के सुप्रसिद्ध लोक कला मर्मज्ञ डॉक्टर महेंद्र जी भानावत एवं वरिष्ठ पत्रकार शैलेश जी व्यास को भी उनके मृत्योपरान्त उन्हें होली के रंगों से जोड़ते हुए श्रद्धांजलि की जगह एक नया शब्द गढ़ कर उन्हें खुल्लम-खुल्लाजलि के रूप में याद किया। पत्रकारों के साथ कई गणमान्यों ने इस नवाचार को खूब पसंद भी किया।