उदयपुर। मेन्सट्रुअल हाइजीन डे यानि मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर, हिंदुस्तान जिंक द्वारा अपनी सभी परिचालन इकाईयों के आस पास के क्षेत्र में यह दिन मनाकर महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। कंपनी ने बालिकाओं और महिलाओं को मासिक धर्म के बारे में शिक्षित करने और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न राजकीय विद्यालयों और स्वयं सहायता समूहों में व्यापक अभियान और जागरूकता सत्र आयोजित किए।
हिन्दुस्तान जिंक के स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम के तहत सेवामोब टीम के सहयोग से उत्तराखंड के पंतनगर रूद्रपुर के 3 राजकीय विद्यालयों में 550 बालिकाओं, कायड में 368 छात्राओं, जावर में 210 छात्राओं, आगूचा में शिक्षा संभल परियोजना के तहत ग्रीष्मकालीन शिविर के दौरान सरकारी अस्पताल के एएनएम, जिंक अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मचारी द्वारा 105 छात्राओं, दरीबा में सिंदेसर कलां में सखी परियोजना के तहत 42 एसएचजी महिलाओं को सत्रों के माध्यम से जागरूक किया।
अभियान के तहत् शिक्षा संबल कार्यक्रम के तहत राजकीय विद्यालयों के लाभार्थियों, सखी कार्यक्रम के तहत एसएचजी महिलाओं और स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम के तहत समुदाय के सदस्यों हेतु भी सत्र आयोजित किये गये। इन सत्रों में हिन्दुस्तान जिंक के कर्मचारियों, चिकित्सा कर्मियों के साथ-साथ एनजीओ भागीदारों ने सामुदायिक स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए महत्वपूर्ण जानकारी और सहयोग देने में सक्रिय रूप से भाग लिया। सत्र में मिथक, पीरियड्स से जुड़ी धारणाएं, मासिक धर्म के पीछे का विज्ञान और पीरियड्स के दौरान सही पोषण सेवन जैसे विषयों पर चर्चा की गई।