उदयपुर। दि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), के उदयपुर लोकल सेंटर, द्वारा ‘वार्षिक साधारण सभा’ का आयोजन किया गया। सभा के आरम्भ में संस्थान के निवर्तमान अध्यक्ष इंजी. सी. पी. जैन ने सभी सदस्यों एवं अतिथियों का स्वागत किया तथा इंजी. पुरुषोत्तम पालीवाल द्वारा वर्ष 2023-2024 में किये गये कार्यों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर दि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), के उदयपुर लोकल सेंटर के वर्ष 2024-2026 के लिए इंजी. पुरुषोत्तम पालीवाल ने अध्यक्ष पद एवं इंजी पीयूष जावेरिया ने मानद सचिव का पदभार ग्रहण किया साथ ही 2024-2026 के लिए चुनी हुई कार्यकारिणी की घोषणा की गई। इस अवसर पर डॉ. जी रंगनाथन, प्रेसिडेंट, दि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) एवं इंजी. वी बी सिंह नवनिर्वाचित प्रेसिडेंट दि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) द्वारा भेजे गये आर्शीवचन एवं शुभकामनाओं के विडियो के माध्यम से सभी सदस्यों को दिखाया गया। साथ ही विभिन्न इंजीनियरिंग संकाय के चुनी हुई कार्यकारी समिति की घोषणा भी की गई जिसमें डॉ अभय कुमार मेहता, इंजी. श्रिया पांचाल, इंजी. जितेंद्र मेनारिया, इंजी. निशा कुमावत, इंजी. राजकुमार सिंह चौहान, (डॉ) अशोक जेतावत, इंजी. गिरीश कुमार जोशी, इंजी प्रकाश सुंदरम, इंजी. गोपी कांत तिवारी इंजी.अजीत कुमार जैन, इंजी. एल टी लोखंडवाला, इंजी. महावीर प्रसाद जैन, इंजी.कृष्ण कांत शर्मा, इंजी लक्ष्मी नारायण कच्छवा,इंजी रमेश चंद्र पुरोहित, इंजी हितांशु कौशल इंजी पवन कुमार जैन निर्वाचित सदस्यों का स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया।
इस अवसर पर एक तकनीकी वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता सतीष कुमार श्रीमाली, पूर्व अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक, राजस्थान सरकार ने ‘उदयपुर शहर के विकास में स्मार्ट सिटी परियोजना की भूमिका’ एवं विश्व मानक दिवस पर अपने विचार व्यक्त किये। सतीष कुमार श्रीमाली ने अपने उद्बोधन में बताया कि स्मार्ट सिटी परियोजना जीवन की गुणवत्ता में सुधार, स्थिरता को बढ़ावा देने और शहरी सेवाओं को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी और डेटा चालित समाधानों को एकीकृत करके आधुनिक शहरों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। स्मार्ट शहर परिवहन जल आपूर्ति, अपशिष्ट प्रबंधन और ऊर्जा जैसी सार्वजनिक सेवाओं को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी की विशेषता निर्बाद बिजली आपूर्ति, रोड़, जलनिकास, पार्किग, यातायात, एवं स्वछ झीलें, तालाब आदि मे निहित है। उन्होंने लोकल प्रशासन एवं नगर नियोजन विभाग को उदयपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए नगर नियोजन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन को नीतिगत मामलों में इंस्टिटूशन ऑफ इंजीनियर्स उदयपुर के इंजीनियरों को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने उदयपुर शहर के लिए मजबूत सार्वजनिक परिवहन को लागू करने पर भी जोर दिया।
उन्होंने विश्व मानक दिवस 2024 ने एक बेहतर दुनिया के लिए साझा दृष्टिकोण थीम को अपनाया जिसमें संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों एसडीजी का समर्थन करने में अंतर्राष्ट्रीय मानकों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। इस वर्ष के आयोजन में विशेष रूप से एसडीजी 3 पर ध्यान केंद्रित किया गया जो अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देता है। अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन आईएसओ और भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस ) जैसे संगठनों ने वैश्विक स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य परिणामों को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य संबंधी मानकों के महत्व पर जोर दिया। भारत में बीआईएस ने अपने मानक महोत्सव के तहत विभिन्न आउटरीच कार्यक्रमों के साथ इस कार्यक्रम को चिह्नित किया जिसका उद्देश्य गुणवत्ता मानकों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। इस अभियान ने दिखाया कि स्वास्थ्य में मानकीकृत अभ्यास कैसे जोखिमों को कम करने और समुदायों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। अधिक अपडेट और विवरण के लिए आप आधिकारिक संसाधनों का संदर्भ ले सकते हैं या बीआईएस से अपडेट देख सकते हैं। इस अवसर पर इंजी महेन्द्र कुमार चौहान, अध्यक्ष दि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), जयपुर ने दि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), उदयपुर लोकल सेंटर में हो रही गतिविधियों की भूरी भूरी प्रशंसा की। समारोह का संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन मानद सचिव नवनिर्वाचित मानद सचिव इंजी पीयूष जावेरिया द्वारा किया गया।