उदयपुर। गांधीनगर गुजरात में आयोजित 30वीं अंतर्राष्ट्रीय पीडियाट्रिक कांफ्रेंस के उद्घाटन समारोह में गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के बाल व शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र सरीन द्वारा रचित पोस्टर जिसकी थीम “चाइल्ड लेबर ए कर्स ओन ह्यूमैनिटी” का विमोचन किया गया| समारोह के मुख्य अतिथि गुजरात के मुख्यमंत्री थे व विशिष्ट अतिथि डॉ. बकुल पारीक, डॉ. केंज्वेकर, डॉ. बसव राजा, डॉ. दिनेश कुमार रहे|
इस पोस्टर में डॉ. सरीन ने यह दर्शाया कि भारत में व्याप्त बाल श्रम उन्मूलन नष्ट किया जा सकता है| इसके विभिन्न स्तर पर जागरूकता समाज में होना अति आवश्यक है| इस पोस्टर को तैयार करने में डॉ. लाखन पोसवाल, डॉ. सुशील गुप्ता, डॉ. बकुल पारीक, डॉ. विवासन पारीक, डॉ. शेली शर्मा ने सहयोग दिया| इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में 10,000 से अधिक डेलीगेट्स विभिन्न देशों से आये एवं भारतवर्ष के कोने-कोने से यहाँ डेलीगेट्स आये| इस समारोह के अंतर्गत ख्यातिप्राप्त वक्ताओं द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिए गए| इसके अलावा डॉ. सरीन ने अस्थमा के उन्मूलन व उपचार के लिए गोष्ठी का प्रतिनिधित्व भी किया, उसमें उन्होंने यह बिंदु उजागर किया कि बच्चों में अस्थमा की बीमारी बढ़ाने में वातावरण प्रदुषण का प्रमुख स्थान है अतः वातावरण प्रदुषण को रोकने का प्रयास करना चाहिए एवं जन साधारण की जागरूकता बढ़ानी चाहिए और साथ ही माताओं व पिताओं को आग्रह किया कि वे बच्चों में इलाज को बराबर लेते रहें| कांफ्रेंस में बाल चिकित्सा विभाग के रेजिडेंट डॉ. हर्ष ने पोस्टर प्रेजेंटेशन दिया|