उदयपुर। प्रत्येक माता नवजात को सही पोजीशन में स्तनपान कराए। ये उद्गार मुख्य वक्ता डॉ. देवेंद्र सरीन ने रोटरी क्लब ऑफ उदयपुर, गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, आईएपी उदयपुर एवं इनरव्हील क्लब के संयुक्त तत्वाधान में विश्व स्तनपान सप्ताह के तीसरे दिन लिमडिय़ा श्याम मंदिर, कानपुर, मादड़ी में ग्रामीण महिलाओं के लिए आयोजित एक संगोष्ठी में प्रकट किए। संगोष्ठी हैंड इन हैंड इंडिया संस्था के सहयोग से आयोजित की गई। डॉ. सरीन ने डमी के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को स्तनपान के समय नवजात की सही पोजीशन एवं अटैचमेंट के बारे में शिक्षित किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सही पोजीशन से कराया गया स्तनपान शिशु के लिए सदैव लाभप्रद रहता है।
रोटरी अध्यक्ष गिरीश मेहता ने कोलोस्ट्रम से शिशु को होने वाले फायदों के बारे में बताते हुए कहा कि प्रत्येक दुग्धधारी माता पोष्टिक आहार खाए। वक्ता डॉ हेमलता मित्तल ने मातृ दुग्ध से मां को होनेवाले लाभों के बारे में बताया। डॉ विजेंद्र चौधरी ने मातृदूध की संरचना के बारे में जानकारी दी। आगंतुकों का स्वागत हैंड इन हैंड इंडिया एनजीओ राजीव पुरोहित ने किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सफल स्तनपान से बाल मृत्युदर कम होगी। संस्था की भाविनी शर्मा ने धन्यवाद की रस्म अदा करते आशा जताई कि ये ग्रामीण महिलाएं स्तनपान के संदेश को दूर सुदूर ले जाएंगी। संचालन संस्था के रविन्द्र जोशी ने किया। गीतांजली के आलोक शर्मा ने बताया कि शुक्रवार दोपहर 12 बजे महिला मंडल गल्र्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मुखर्जी चौक में स्कूल की बालिकाओं के लिए स्तनपान संबंधी पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।