उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान में शुक्रवार को शारदीया दुर्गाष्टमी पर अनुष्ठान पूर्वक भव्य कन्या पूजन सम्पन्न हुआ। संस्थापक कैलाश ‘मानव’ व सहसंस्थापिका कमला देवी अग्रवाल के सानिध्य में आयोजित अनुष्ठान के मुख्य अतिथि भरत भाई व शारदा बेन सोलंकी अमेरिका तथा माॅरिशस से आए रामरूचा व रणदीप रामपाल ने 501 दीपकों से माता स्वरूपा कन्याओं की महाआरती की। इस दौरान नारायण चिल्ड्रन एकेडमी की बालिकाओं ने गरबा रास किया। आरम्भ में अतिथियों का स्वागत करते हुए अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि पूजित कन्याओं की नवरात्रि के दौरान दिव्यांगता सुधारात्मक सर्जरी सफलता पूर्वक सम्पन्न हुई। सड़क हादसों अथवा अन्य दुर्घटनाओं में अपने हाथ-पांव खोने वाली बालिकाओं के कृत्रिम अंग लगाए गए। संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल ने कन्याओं को लाल चुनरी ओढाकर हलवा, पूरी व काले चने सहित 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किया।
आयोजन में माता का वह स्वरूप विशेष आकर्षण का केन्द्र था, जिसमें माता के हाथ में शस्त्रादि के साथ ही ‘बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ’ का संदेश देने की दृष्टि से उनके हाथ में कम्प्यूटर, स्मार्ट फोन, पेन, राष्ट्रीय ध्वज स्टेथस्कोप, राॅकेट आदि थे।
पांच से ग्यारह वर्ष की इन कन्याओं में कलकत्ता की जोय चक्रवर्ती, नई दिल्ली की राधिका, झारखंड की रुचि, डूंगरपुर की जाह्नवी और नागौर की भावना ने अपने अंग खोने की आप बीती का जब वर्णन किया तब आयोजन में मौजूद लोगों की आंखे नम हो गई। संचालन महिम जैन ने किया।