जावर में ‘हिंदुस्तान जिंक माइनिंग अकादमी’ का शुभारंभ

इस अनूठी पहल से भूमिगत खदानों में जंबो हेल्पर्स प्रमाणित ऑपरेटर बन सकेंगे

उदयपुर : देश की एकमात्र और विश्व की अग्रणी एकीकृत जस्ता-सीसा-चांदी उत्पादक, कंपनी हिंदुस्तान ज़िंक द्वारा खनन कार्यों में व्यापारिक भागीदारों के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के उद्येश्य से अनूठी पहल कर जावर में ‘हिंदुस्तान जिंक माईनिंग अकादमी’ की स्थापना की है। देश मे खनन क्षेत्र में कुशल कर्मचारियों की महती आवश्यकता है, इस समस्या को हल करने के उद्देश्य से इस हेतु सहायता के लिए, कंपनी ने अनुसंधान किया जिसने जंबो ड्रिल ऑपरेटरों की पहचान करने में मदद की। इस क्षेत्र में अक्सर एक्सपैट्स द्वारा रूचि ली जाती है। खनन व्यवसाय में आंतरिक प्रतिभाएं अधिक और बेहतर कुशल कर्मचारी विशेष रूप से उपयोगी साबित हो सकते है। उदघाटन समारोह में हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा, सीएचआरओ अजय सिंगरोहा, जावर के आईबीयू सीईओ विनोद कुमार एवं जावर मजदूर संघ के जनरल सेक्रेट्री लल्लू राम मीणा उपस्थित थे।


खनन अकादमी को जीएचएच इंडिया माइनिंग एंड टनलिंग इक्विपमेंट प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से विकसित किया गया है। जिसका उद्देश्य जंबो ड्रिल संचालन के लिए विशेषज्ञ कौशल की आवश्यकता को पूरा करने के लिए कंपनी में कार्यरत प्रतिभा विकसित करना है। हिंदुस्तान जिंक ने इस कार्यक्रम को 3डी सिम्युलेटर जैसे विभिन्न प्रावधानों के माध्यम से मजबूत किया है, जो एक वर्चुअल रियलिटी हाई-टेक डिवाइस है जिसका उपयोग ऑपरेटरों को भारी मशीनरी में प्रशिक्षित करने के लिए किया जाता है। सिमुलेटर नियंत्रण परिचित, प्रक्रिया अनुपालन आदि सहित अवधारणाओं के साथ-साथ कौशल के बारे में आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक लागत प्रभावी, सुरक्षित और कुशल तरीका साबित हुआ है। इसके अलावा, इस तरह के सिमुलेशन प्रशिक्षण उत्पादकता को अनुकूलित करने और दक्षता बढ़ाने में भी मदद करता है। कार्यक्रम कक्षा तथा सिम्युलेटर प्रशिक्षण और जाॅब पर प्रशिक्षण का एक एकीकरण है जो आॅन द जाॅब प्रशिक्षण के प्रमुख तत्वों में से एक आॅपरेटर शैडोइंग है जिसमें उम्मीदवार वर्तमान जंबो आॅपरेटरों को बारीकी से शैडोइंग करेंगे जो उन्हें प्रशिक्षको के रूप में दायित्व सौंपे गए हैं और वे इस प्रकार व्यापक व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर रहे हैं।
हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि जावर में ‘हिंदुस्तान जिंक माइनिंग अकादमी’ की स्थापना का उद्देश्य देश के युवाओं के लिए खनन उद्योग में कौशल को बढ़ाना है। यह अकादमी जंबो ड्रिल ऑपरेटरों, लोड हॉल डम्पर (एलएचडी) ऑपरेटरों और लो-प्रोफाइल डम्पर ट्रक (एलपीडीटी) ऑपरेटरों को प्रशिक्षित करने में मदद करेगी और उन्हें भारतीय खनन उद्योग में कौशल बढ़ाने और प्रवासियों पर निर्भरता को कम करने में सक्षम बनाएगी। हम 20 खनन अनुभवी जंबो हेल्पर्स के साथ जावर में माइनिंग एकेडमी का पहला बैच शुरू करेंगे और अन्य खनन स्थानों से बैचों को आमंत्रित करना जारी रखेंगे।
यह अनूठी पहल जंबो हेल्पर्स और संबद्ध क्रू सदस्यों को प्रमाणित जंबो ड्रिल ऑपरेटरों में महत्वपूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करती है। कार्यक्रम पांच महीने की अवधि में होगा जिसमें 16 सप्ताह का कक्षा निर्देश, अनुकरण प्रशिक्षण और सात सप्ताह का ऑन-द-जॉब निर्देश शामिल होगा। इस व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम में जंबो ड्रिल ऑपरेशन के सभी पहलुओं के साथ-साथ रखरखाव की कुछ बुनियादी बातें शामिल होंगी।

Related posts:

आधुनिक खेती में हिन्दुस्तान जिंक की पहल

AsiaOne  recognizes Waaree  as“India’s Greatest Brand” in solar industry

8 वर्षीय आहना कर रही है कथाओं, भजन व शास्त्रीय नृत्य के माध्यम से बच्चों में सांस्कृतिक चेतना का प्र...

“Multi-Metal Future to be Hindustan Zinc’s strategic imperative as part of 2x growth strategy”, says...

मोतीलाल ओसवाल होम फाइनेंस लि. की नई शाखा का शुभारंभ

रोटरी क्लब मीरा ने स्वतंत्रता दिवस मनाया

HDFC ERGO LAUNCHES ITS WEBSITE IN HINDI LANGUAGE

आचार्य महाश्रमण का 49वां दीक्षा दिवस युवा दिवस के रूप में मनाया

रेडक्लिफ लैब्स ने उदयपुर में सैटेलाइट लैब शुरू की

एडिप योजना में दिव्यांगों को दिए सहायक उपकरण

एचडीएफसी बैंक इस वित्तवर्ष अर्द्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में 1,060 से ज्यादा शाखाएं खोलेगा

छह महीने में अंतर्राष्टीय एयरपोर्ट की सुविधा मिलते ही ग्रामीण क्षेत्र में सीधे कनेक्टिविटी हो जाएगी ...