उदयपुर। जिंक, लेड और सिल्वर का भारत का सबसे बड़ा और एकमात्र एकीकृत उत्पादक हिन्दुस्तान जिंक अपने व्यवसाय के संचालन के तरीके में सुरक्षा को एक मूलभूत तत्व के रूप में महत्व देता है। उत्पादन से पूर्व सुरक्षा के संदेश को अपनाते हुए कंपनी ने हमारा उद्देश्य – शून्य क्षति विषय के तहत 52वां राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया। कर्मचारियों, व्यापार भागीदारों और इसकी सभी परिचालन इकाइयों के आसपास के समुदाय के लिए 52वां राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के तहत् जागरूकता कार्यशाला की श्रृंखला आयोजित की गई।
सुरक्षा सप्ताह समारोह में प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरक्षा पहले संस्कृति के बारे में हिंदुस्तान जिंक के साथ मिलकर जागरूक किया। कंपनी ने सुरक्षा उपायों पर प्रकाश डालने और समुदायों को संभावित दुर्घटनाओं के बारे में जागरूक करने के लिए सुरक्षा रैली, प्रशिक्षण सत्र, नुक्कड़ नाटक और पोस्टर मेकिंग, कविता पाठ और नारा लेखन जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
इसके साथ ही सुरक्षा खतरों से बचाव के लिए, कंपनी ने अपने संचालन के आसपास के समुदायों को सुरक्षा मानक अंतराल आकलन, आपातकालीन प्रतिक्रिया और सुरक्षित संचालन प्रक्रियाओं के बारे में प्रशिक्षित किया। वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक का मानना है हमेशा कंपनी के कर्मचारियों और समुदायों की सुरक्षा हमेशा पहले है। कंपनी को एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट द्वारा भी मान्यता दी गई है और पर्यावरण, सामाजिक और शासन के तहत उठाए गए कदमों के लिए धातु और खनन क्षेत्र में एशिया प्रशांत क्षेत्र में तीसरा और एशिया प्रशांत क्षेत्र में पहला स्थान दिया गया है।