उदयपुर : वेदांता समूह की कंपनी और भारत में जिंक, सीसा और चांदी के सबसे बड़े और एकमात्र एकीकृत उत्पादक हिंदुस्तान जिंक ने मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिये रीचआउट अभियान की शुरूआत की है। रीचआउट पहल का उद्धेश्य मानसिक स्वास्थय से जुडी बाधाओं को दूर करना है जो कि कार्यक्षेत्र या इसके अलावा किसी भी स्थान पर व्यक्ति महसूस करता है।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2023 के अवसर पर लॉन्च किया गया, हिंदुस्तान जिंक का रीचआउट अभियान सशक्त संदेश देता है कि सहायता हमेशा पहुंच में है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित वैश्विक थीम, मानसिक स्वास्थ्य और खुशहाली को वैश्विक प्राथमिकता बनाना के अनुरूप, हिंदुस्तान जिंक ने जागरूकता बढ़ाने और इस ओर कदम को बढ़ावा देने के लिए यह अभियान शुरू किया है।
इस अभियान के अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक द्वारा एक फिल्म का निर्माण किया है जो मानसिक कल्याण को प्रभावित करने वाले बहुमुखी पहलुओं पर प्रकाश डालती है। दूसरों के अनकही समस्या को समझने और कर्मचारियों में आपस में सहायता और करुणा की संस्कृति को बढ़ावा देने को यह फिल्म सजीव करती है।
रीचआउट फिल्म के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने के अलावा, हिंदुस्तान जिंक ने सक्रिय पहल शुरू की है। ये पहल कर्मचारियों को विश्वसनीय सहयोगियों पर भरोसा करने और उनकी समग्र भलाई पर उनकी दैनिक दिनचर्या के प्रभाव के बारे में प्रोफेश्नल परामर्शदाताओं के साथ गोपनीय चर्चा में शामिल होने के लिए अवसर प्रदान करती हैं। कार्य में तनाव प्रबंधन, व्यापक कल्याण कार्यक्रम, सहकर्मी सहायता समूह और स्वयं सहायता संसाधनों तक चैबीसों घंटे पहुंच और सहायता शामिल है।