चिन्हित मतदाताओं में से 62 की मृत्यु, 37 रहे गैरहाजिर
उदयपुर। लोकतंत्र के उत्सव में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने निर्वाचन आयोग की पहल पर 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक व 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजन को उपलब्ध कराई कराई होम वोटिंग सुविधा का उदयपुर जिले में चिन्हित मतदाताओं ने उत्साह से लाभ उठाया। जिला निर्वाचन अधिकारी अरविन्द पोसवाल के निर्देशन में जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों में दो चरणों में होम वोटिंग प्रक्रिया हुई। इसमें कुल चिन्हित मतदाताओं में से 97.40 प्रतिशत ने घर बैठे मताधिकार का उपयोग किया।
होम वोटिंग प्रकोष्ठ प्रभारी कुशल कोठारी ने बताया कि उदयपुर जिले में 3286 वरिष्ठ नागरिक व 528 दिव्यांगजन ने फॉर्म 12डी के माध्यम से होम वोटिंग के लिए आवेदन किया था। 14 से 19 नवम्बर तथा 20 से 21 नवम्बर तक आयोजित दो चरणों में जिले में कुल 3286 में से 3192 वरिष्ठ नागरिकों ने तथा 528 में से 523 दिव्यांगजनों ने घर बैठे मतदान किया। होम वोटिंग का विकल्प चुनने के बाद 60 वरिष्ठ नागरिकों और 2 दिव्यांगजन की मृत्यु हो गई। वहीं 34 वरिष्ठ नागरिक व 3 दिव्यांगजन दोनों चरणों में अपने घर पर उपस्थित नहीं पाए गए, जिससे उनका मतदान नहीं हो पाया। गैर हाजिर मतदाता अब बूथ पर भी अपने मताधिकार का उपयोग नहीं कर सकेंगे।
विधानसभा वार स्थिति :
गोगुन्दा विधानसभा क्षेत्र में 374 वरिष्ठ नागरिक में से 365 और 81 दिव्यांगजन में से 80 ने होम वोटिंग की। यहां सात वरिष्ठ नागरिकों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं दो वरिष्ठ नागरिक व एक दिव्यांग उपस्थित पाए गए। झाडोल विधानसभा क्षेत्र में 425 वरिष्ठ नागरिक में से 414 और 72 दिव्यांगजन में से 71 ने घर बैठे वोट दिया। वहां 6 वरिष्ठ नागरिक व 1 दिव्यांग की मृत्यु हो गई। 5 बुजुर्ग अनुपस्थित मिले। खेरवाड़ा में 352 में से 343 बुजुर्ग व 95 में से 92 दिव्यांगजनों ने मतदान किया। 5 बुजुर्ग व 1 दिव्यांग की मृत्यु होने तथा 4 बुजुर्ग व 2 दिव्यांग के घर पर नहीं मिलने से उनका मतदान नहीं हो पाया। उदयपुर ग्रामीण में 287 में से 271 बुजुर्ग व 52 में से सभी 52 दिव्यांगजनों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। 9 बुजुर्गों की मृत्यु होने तथा 7 अनुपस्थित पाए जाने से वोटिंग नहीं हो पाई। उदयपुर शहर में 482 में से 471 बुजुर्ग व 37 में से सभी 37 दिव्यांगजन ने मतदान किया। सात बुजुर्ग का निधन हो गया। वहीं 4 घर पर नहीं मिले। मावली में 419 में से 411 वरिष्ठ नागरिक व 53 में से सभी 53 दिव्यांगजन ने मतदान किया। आठ बुजुर्गों की मतदान से पूर्व ही मृत्यु हो चुकी थी। वल्लभनगर में 750 में से 725 बुजुर्ग व 105 में से सभी 105 दिव्यांगजन ने घर बैठे वोटिंग की। 13 बुजुर्ग की मृत्यु होने तथा 12 घर पर उपस्थित नहीं पाए जाने से उनका मतदान नहीं हो सका। सलूम्बर में 197 में से 192 बुजुर्ग तथा सभी 33 दिव्यांगजन ने मतदान किया। 5 वरिष्ठ नागरिकों की मतदान पूर्व ही मृत्यु हो चुकी थी।
अनिवार्य सेवा के कार्मिकों ने किया मतदान :
चुनाव आयोग के नवाचार के तहत पहली बार अनिवार्य सेवा से जुड़े कार्मिकों के लिए भी मतदान की व्यवस्था की गई है। इसके तहत उदयपुर जिले में चिन्हित 258 कार्मिकों में से 242 ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।