– 9 रिप्रोडक्टिव मेडिसिन क्विज का अंतिम राउंड उदयपुर में संपन्न
– माधुरी प्रथम, डॉ. शिराली रूनवाल द्वितीय व देविका राज तृतीय
उदयपुर। बंध्यत्व पर उपचार करने वाले अस्पतालों की भारत की अग्रणी श्रृंखला इंदिरा आईवीएफ ने पहली राष्ट्रीय प्रजनन चिकित्सा क्विज़ ‘रेप्रो क्विज’ का आयोजन उदयपुर में इंटास फार्मा के सहयोग से किया। इस क्विज के तीन स्तरों में से अंतिम राउंड में ऑनसाइट क्विज आयोजित किया गया था। देश भर के 28 राज्यों के लगभग 110 मेडिकल कॉलेजों से चुने गए 20 फाइनलिस्ट इसमें सहभागी हुए थे। मुख्य अतिथि मेवाड़ के पूर्व राज घराने के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ उपस्थित थे।
प्रमुख अतिथि मेवाड़ पूर्व राज घराने के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि इंदिरा आईवीएफ हजारों परिवारों को संतान सुख प्रदान कर पुण्य का काम कर रहा है। किसी के घर में एक जीव का जन्म होना और शिशु की किलकारी का आंगन में गूंजना लोगों को सुकून देता है, नि:संतान दंपती के जीवन में नई खुशियां भर देता है। मैं मुर्डिया परिवार को बधाई देता हूं कि इसके लिए उन्होंने मेवाड़ की पावन धरा को चुना, जबकि इस परिवार के लिए किसी अन्य देश को चुनना भी कोई बड़ी बात नहीं थी। टूरिज्म कैपिटल के रूप में पहचान बनाने वाला उदयपुर अब मेडिकल हब के तौर पर भी देशभर में अपनी पहचान स्थापित कर चुका है। यह मेवाड़ के लिए खुशी की बात है।
प्रतियोगिता के शुरुआती दो राउंड पिछले साल क्रमश: राज्य और ज़ोनल स्तर पर ऑनलाइन मोड में आयोजित किए गए थे। आईवीएफ क्षेत्र में इस तरह की प्रतियोगिता पहली बार आयोजित की गयी है जिसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, देश भर से 550 से अधिक छात्रों ने इसमें भाग लिया था। अंतिम राउंड में प्रथम माधुरी कोन्डीसेट्टी रही जिसे इंदिरा फर्टिलिटी अकादमी में चार महीने की फेलोशिप और 1,00,000 रुपये के गिफ्ट कूपन से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त द्वितीय डॉ. शिराली रूनवाल, तृतीय देविका राज रहीं। उन्हें फेलोशिप के साथ 75,000 रुपये और 50,000 रुपये के गिफ्ट कूपन प्रदान किए गए। इसके अलावा, राष्ट्रीय स्तर के सभी प्रतिभागियों को इंदिरा आईवीएफ अकादमी में चार महीने की फेलोशिप प्रदान की गयी है। राज्य स्तर के सभी विजेताओं को भी उनके राज्य के इंदिरा आईवीएफ अस्पताल में एक महीने के ऑब्जऱवरशिप प्रोग्राम से पुरस्कृत किया गया है। इंदिरा आईवीएफ अब से हर साल इस प्रतियोगिता का आयोजन करेगी।
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी , उदयपुर डॉ दिनेश खराड़ी और प्राचार्य एवं नियंत्रक आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर डॉ लखन पोसवाल भी सम्माननीय अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस क्षेत्र में हो रही प्रगति पर सभी को जागरूक करने के लिए, द फ्यूचर ऑफ असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजीज़ (एआरटी) पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई, जिसमें इंदिरा आईवीएफ के सीईओ और सह संस्थापक डॉ क्षितिज मुर्डिया, इंदिरा आईवीएफ के निदेशक और सह संस्थापक नितिज़ मुर्डिया, डेक्सियस यूनिवर्सिटी अस्पताल, बार्सिलोना (स्पेन) के डॉ निकोलस पॉलीज़ोस, अहमदाबाद में वरिष्ठ आईवीएफ सलाहकार डॉ चैतन्य नागोरी और त्रिवेंद्रम मेडिकल कॉलेज में प्रजनन चिकित्सा के सहायक प्रोफेसर डॉ पी रमेश ने भाग लिया।
इंदिरा आईवीएफ के निदेशक और सह-संस्थापक नितिज़ मुर्डिया ने एआरटी के भविष्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पिछले कुछ सालों में एआरटी में बहुत तेज़ी से विकास हो रहा है। वंध्यत्व पर चिकित्सीय इलाजों के बारे में जागरूकता बढ़ रही है, आज कई लोग विज्ञान पर आधारित समाधानों को अपना रहे हैं यह परिवर्तन उत्साहवर्धक है। भारत दुनिया में हर साल किए जाने वाले एआरटी साइकल्स की तेज़ी से बढ़ती हुई संख्या वाले देशों में से एक है और जल्द ही यह संख्या दुनिया में सबसे ज़्यादा हो जाएगी। चूंकि एआरटी एक निरंतर विकसित होने वाला क्षेत्र है, इंदिरा आईवीएफ का हमेशा यह प्रयास होगा कि संगठन में उन्नत और किफायती तकनीकों को एकीकृत किया जाए और प्रक्रियाओं को देश की जनता के लिए उपलब्ध कराया जाए।
इंदिरा फर्टिलिटी एकेडमी (आईएफए) उदयपुर में स्थित है जो प्रजनन क्षमता और आईवीएफ केंद्रों की भारत में सबसे बड़ी श्रृंखला, इंदिरा आईवीएफ द्वारा चलाया जा रहा एक प्रशिक्षण संस्थान है। यह भारत के साथ-साथ विदेशों के उम्मीदवारों को सहायक प्रजनन तकनीकों के क्षेत्र में उन्नत प्रशिक्षण प्रदान करता है। संस्थान में क्लिनिकल और एम्ब्र्योलॉजी (भ्रूणविज्ञान) प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उपलब्ध है जो तीन और चार महीनों तक चलता है। 2014 से एआरटी प्रशिक्षण प्रदान कर रहे आईएफए में पाठ्यक्रम पूरे साल भर चलाया जाता है और उम्मीदवारों की अकादमिक उत्कृष्टता, अत्याधुनिक तकनीक और अत्यधिक कुशल विशेषज्ञता में प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।
इंदिरा आईवीएफ ने आयोजित की पहली राष्ट्रीय ‘रेप्रो क्विज’
