जाग्रत हनुमानजी को धराया छप्पन भोग

उदयपुर। नाइयों की तलाई स्थित जाग्रत हनुमान मित्र मण्डल द्वारा हनुमान जन्मोत्वस पर कलश एवं ध्वजादण्ड स्थापना तथा भव्य छप्पन भाग का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया गया। कलश एवं ध्वजादण्ड स्थापना कार्यक्रम दोपहर को श्री श्री 1008 परम पूज्य श्री अवधेश चैतन्य ब्रम्हाचारीजी महाराज ( सूरज कुण्ड ) एवं श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर मनीषानन्दजी महाराज के पावन सान्निध्य में सम्पन्न हुआ।


मंदिर के पुजारी छोगालाल ने बताया कि इस अवसर पर हनुमानजी को भव्य छप्पन भोग धराया गया जिसमें ढोर, मठड़ी, सकरपारा, खाजा, दिवला, बूंदी, मोनथाल, अमृत सिरोमणी, बेसन मगद, चौखा मगद, उड़द मगद, मोगर मूंग, पीलो मगद, मन मनोहर, माखन वड़ा, मनोर, पपची, मेसूर चणा, फैणी, कपूर नारी, मुख विलास, मदन दिपक, चन्द्रबटा, सूरजबटा, घेवर, बाबर, खरमंडा, कुर के गुझां, मावा के गुंझा, मेवाटी, सेव लड्डू, जलेबी, तवापूड़ी, कुचाई, चपड़ी, खरखरी, सुवाली, सेव, बादाम मेसूर, पिस्ता मेसूर, काजू मेसूर, खोवा, पेड़ा, दूध पूडी, केसर बर्फी, खोपरापाक, पिस्ता बर्फी, बादाम बर्फी, बासून्दी, सिखरन, श्यामजामुन 56 प्रकार के विभिन्न व्यंजन थे। हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमानजी की प्रतिमा पर विशेष आंगी धारण कराई गई। छप्पन भोग कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महाराज कुमार विश्वराजसिंह मेवाड़ उपस्थित रहे। हनुमान जन्मोत्सव पर कलश स्थापना एवं छप्पनभोग में भक्तों की भारी भीड़ रही।

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