उदयपुर। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय काया ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी नामक अनोखा अभियान शुरू किया है। जिसमें गांव में 3 से 18 वर्ष तक के सभी बच्चों की जांच करवाकर उनका पूरा डाटा बेस तैयार करवाकर संभावित तीसरी लहर से बचाने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
राउमावि काया के शिक्षकों ने पहल करते हुए गुरुवार से इस अनोखे अभियान को शुरू भी कर दिया। इस दौरान बतौर अतिथि सीबीईओ गिर्वा वीरेन्द्र यादव, पीएचसी देवाली गोवद्र्धनविलास से डा. हेमंत दामा, गूंज संस्थान इंचार्ज धीरज शर्मा, बारापाल आरआई नन्दलाल सुथार, काया उमावि प्रधानाचार्य मोहनलाल मेघवाल आदि उपस्थित थे। स्कूल ने हमारे विधार्थी हमारी पूंजी उद्देश्य के तहत कोरोना से सुरक्षा के लिए दल बनाए और इन दलों को अपने वार्ड में सर्वे आदि के लिए रवाना किया। विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति का इसमें पूरा सहयोग है। समिति और स्कूल के अनुसार कोरोना की तीसरी संभावित लहर को बच्चों के लिए खतरनाक बताया जा रहा है। ऐसे में इससे निपटने के लिए पहले ही बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल स्टाफ, भामाशाह के सहयोग से काया गांव के सात वार्डों में प्रत्येक वार्ड की निगरानी कराई जाएगी। इसके लिए वार्डपंच, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, 2 कोरोना योद्धा युवा, शिक्षक कुल 5 सदस्यों की टीम काम करेगी। यह टीम सर्वे कर प्रत्येक परिवार में 5 से 18 वर्ष के बच्चों की जांच करवाएगी, जिसमें उन बच्चों के शरीर का तापमान, आक्सीजन लेवल, पल्स रेट आदि की रीडिंग लेकर पूरे गाँव के बच्चों का डाटा तैयार किया जाएगा। इससे समय रहते इलाज शुरू करया जा सकेगा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को बेग, ग्लोव्स, टेम्प्रेचर गन, ओक्सोमीटर, फेस शील्ड, एन-95 मास्क, सेनेटाईजर, साबुन, मेडिकल केप, पेन आदि का सेट दिया है ताकि वे पूरी सुरक्षा से कार्य कर सकें। इस दल में वार्डपंच, कोरोना योद्धा, शिक्षक, उप स्वास्थ केंद्र काया की ए.एन.एम सूर्या बारोठ, मुन्नी को भी किट दिया गया है।