उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान के लियों का गुड़ा स्थित सेवा महातीर्थ में रविवार को संस्थान सहयोगियों एवं शाखा संयोजकों का दो दिवसीय ‘आत्मीय स्नेह संगम एवं नाथद्वारा दर्शन’ कार्यक्रम आरंभ हुआ । देश के विभिन्न राज्यों से आए सेवा-सहयोगियों ने प्रातः नि:शुल्क सर्जरी एवं कृत्रिम अंग तथा कैलीपर लगवाने आए दिव्यांगों से भेंट की और उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की । इसके बाद संस्थान संस्थापक पद्मश्री अलंकृत कैलाश ‘मानव’ व श्रीमती कमला देवी अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलन कर आयोजन का शुभारंभ किया। विशिष्ट अतिथि शशि मोहन शर्मा जयपुर, नीरज अग्रवाल मेरठ, हीरालाल सुथार पाली और लालचंद पाटीदार मंदसौर थे। नारायण चिल्ड्रन एकेडमी के बच्चों ने नारायण वंदना प्रस्तुत की। संस्थापक कैलाश ‘मानव’ ने सेवा-सहयोगियों, दानदाताओं एवं शाखा संयोजकों का स्वागत करते हुए संस्थान के 40वें सेवा वर्ष पर शुभकामनाओं के साथ आभार व्यक्त किया। निदेशक वंदना अग्रवाल ने दिव्यांग एवं निर्धनजन के लिए नि:शुल्क चिकित्सा, शिक्षा, रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण, कृत्रिम अंग-कैलीपर एवं पुनर्वास सेवाओं की जानकारी दी।
निदेशक पलक अग्रवाल ने हादसों में हाथ-पैर खोने वाले व पोलियोग्रस्त उन दिव्यांगजन से मिलवाया जिनकी हाल ही सर्जरी हुई और कृत्रिम अंग प्राप्त कर गतिमान हुए। संचालन महिम जैन ने किया। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भजन संध्या हुई। मुखबधिर बच्चों द्वारा तैयार हस्तशिल्प की स्टॉल पर खरीदारी भी की। सोमवार प्रातः सभी सेवा-सहयोगी बसों द्वारा नाथद्वारा के लिए प्रस्थान कर श्रीनाथजी के दर्शन कर अपने गंतव्य के लिए पुनः प्रस्थान करेंगे।