उदयपुर। हाल ही में नारायण सेवा संस्थान को इंटरनेशनल सोसायटी फॉर प्रोस्थेटिक्स एण्ड ऑर्थोटिक्स (ISPO) के सहयोग से आयोजित “ग्लोबल पार्टनरशिप एक्स्चेंज (GPEx) समिट” में वैश्विक सहभागी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह समिट उदयपुर में नारायण सेवा संस्थान के बड़ी स्थित सेवा महातीर्थ में दिनांक 12 दिसम्बर को ऑन लाइन आयोजित की गई, जिसमें नारायण सेवा संस्थान के साथ इटली, स्वीडन, जर्मनी, यूएसए, भारत व बांगलादेश आदि देशों की 10 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने भाग लिया।
इस ग्लोबल पार्टनरशिप एक्सचेंज समिट में नारायण सेवा संस्थान के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष, सेवक प्रशांत अग्रवाल ने संस्थान की परंपरा और उद्धेश्य को साझा किया। संस्थान के उपाध्यक्ष मनोज बारोट ने संस्थान के प्रमुख उद्देश्य “गॉट लिम्ब्स्”जो कि सन् 2030 तक वैश्विक स्तर पर 1 लाख दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने के उद्देश्य के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी प्रदान की।
संस्थान के प्रोस्थेटिक्स एण्ड ओर्थोटिक्स विभाग के प्रमुख डॉ मानस रंजन साहू ने उन्नत प्रौद्योगिकी और प्रोस्थेटिक्स एण्ड ओर्थोटिक्स के क्षेत्र में संस्थान द्वारा किए जा रहे व्यापक कार्यों को दर्शाया, जो कि नारायण सेवा संस्थान के कार्यों के वैश्विक प्रभाव को और अधिक प्रमुख बनाता है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स सोसाइटी (ISPO) एक वैश्विक मान्यता प्राप्त संगठन है जो दुनिया भर के पेशेवरों को एक साथ लाता है, ताकि दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन में सुधार हो सके। इसका उद्देश्य प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स के क्षेत्र में ज्ञान और अनुसंधान को बढ़ावा देना है, जिससे विकलांग व्यक्तियों के लिए पहुंच और समावेशन सुनिश्चित हो सके। संस्थान भविष्य में इन प्रयासों को और बढ़ाने, वैश्विक संबंधों को मजबूत करने और विकलांग व्यक्तियों के जीवन में वैश्विक स्तर पर सार्थक प्रभाव बनाने के लिए तत्पर है।