उदयपुर। राजस्थान को सशक्त और निरोगी बनाने का सरकार के संकल्प में नारायण सेवा संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह बात राजस्थान सरकार की उद्योग एवं देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने कही। उन्होंने यहां 101 दिव्यांगजन के निःशुल्क शल्य चिकित्सा शिविर का उद्धघाटन किया ।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की निःशुल्क चिकित्सा एवं दवा योजना निरोगी राजस्थान के संकल्प को पूरा कर रही है, उसी तरह नारायण सेवा संस्थान भी दिव्यांगजन को उनके पांवों पर खड़ा कर ईश्वरीय सेवा को साकार कर रही है। देश के विभिन्न राज्यों से यहां निःशुल्क सर्जरी एवं कृत्रिम अंग के लिए आए दिव्यांग भाई-बहिनों की आप बीती सुनकर आंखे नम हो जाती है, उनकी पीड़ा को अपना समझकर यह संस्थान उनकी जिंदगी में खुशी और सुकून की इबारत लिख रहा है। उन्होंने संस्थान द्वारा दिव्यांगजन को दिए जा रहे रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षणों का भी अवलोकन किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्रम कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री) जगदीशराज श्रीमाली, गांधी दर्शन समिति के जिला संयोजक पंकज शर्मा, पार्षद गिरीश भारती और सुमित तिवारी थे।
संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने मुख्य अतिथि उद्योग मंत्री का स्वागत करते हुए बताया कि संस्थान अब तक 4.50 लाख जन्मजात दिव्यांगों के ऑपरेशन तथा 32 हजार से अधिक कृत्रिम अंग प्रदान कर उन्हें अपने पांवों पर खड़ा करने में सफल हुआ है। इसमें अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग होता है। उन्हें संस्थान के गुरुकुल की भी जानकारी दी गई । इस दौरान भारत भर से आये दिव्यांग और उनके परिजन भी मौजूद रहे। आभार निदेशक देवेन्द्र चौबीसा व संयोजन ऐश्वर्य त्रिवेदी ने किया।