उदयपुर। पारस जे.के. हॉस्पिटल व एनपीसीएल द्वारा आयोजित समारोह में एनपीसीएल के वे कर्मचारी जिनका पूर्व में डॉ. आशिष सिंघल ने जोड़ प्रत्यारोपण किया था, उनके द्वारा रैम्प पर वॉक किया गया। रैम्प वॉक में 40 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। वे आसानी से बिना किसी सहारे के रैम्प वॉक कर रहे थे। जोड़ प्रत्यारोपण से पूर्व ये कर्मचारी दैनिक दिनचर्या के कार्यों के लिए भी पराश्रित हो गये थे। उनका यह चलना ही उनकी वर्तमान स्थिति को बता रहा था कि उनका जीवन अब कितना सुखद है।
कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. आशिष सिंघल ने उपस्थित जनों को जोड़ों में दर्द, इसकी रोकथाम व उपचार के की जानकारी देते हुए बताया कि स्वस्थ दिनचर्या, नियमित व्यायाम एवं संतुलित खानपान अपनाकर जोड़ों में होने वाले दर्द को टाला जा सकता है। यदि जोड़ों में लगातार दर्द बना रहे तो जोड़ प्रत्यारोपण के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचता है जो कि पूर्णतया सुरक्षित व सफल है। इसके बाद पुन: व्यक्ति दर्द रहित जीवन जीता है।
रैम्प वॉक में भाग लेने वाले मरीजों ने कहा की 2 वर्ष पूर्व डॉ. आशिष से जोड़ प्रत्यारोपण करवाया था। इसके बाद आज तक कोई तकलीफ नहीं है। जीवन सुखमय व दर्द रहित हो गया है। प्रतिदिन वॉक पर जाना व अपने दैनिक कार्यों से लेकर सभी कार्य स्वंय बिना किसी की सहायता के करते हैं। कार्यक्रम के अंत में एनपीसीएल ने पारस जे.के. हॉस्पिटल की टीम का आभार व्यक्त किया।